शहर की बेहतर सफाई के लिए निगम बढ़ायेगा 50 सफाईकर्मी
जिलाधिकारी से नगर आयुक्त को तीन पानी में सफाई कराने का निर्देश मिलने के बाद मजदूराें की संख्या बढ़ाने की तैयारी निगम ने शुरू कर दी है.
दोनों एजेंसियों को मजदूर बढ़ाने का दिया निर्देश,एक जुलाई से मजदूरों को बढ़ाना हुआ तय
वरीय संवाददाता, भागलपुरजिलाधिकारी से नगर आयुक्त को तीन पानी में सफाई कराने का निर्देश मिलने के बाद मजदूराें की संख्या बढ़ाने की तैयारी निगम ने शुरू कर दी है. इसमें शाइन स्टैंडर्ड एजेंसी काे एक जुलाई से 20 मजदूर व सीबीएस फैसिलिटी काे 30 मजदूर बढ़ाने का निर्देश दिया है. इन दाेनाें एजेंसियाें के पास पहले से 410 -410 यानी कुल 820 मजदूर कार्यरत है. 50 मजदूर इसलिए बढ़ाया जा रहा है कि अगर किसी दिन काेई मजदूर बीमार पड़ गया या किसी काम से नहीं आया ताे उनकी जगह दूसरे से काम लिया जा सके. यानी, मजदूरों का बैकअप तैयार किया जायेगा. एक जुलाई से मजदूरों को बढ़ाने का तय-तमन्ना किया गया है.इधर, दक्षिणी क्षेत्र में नाला उड़ाही के बाद भी जलजमाव की स्थिति बनी है और इससे निजात दिलाने काे लेकर स्वच्छता प्रभारी आदित्य जायसवाल ने अपनी टीम के साथ गाेरधई नदी के पास वर्षाें से डंप गाद काे निकलवाना शुरू कर दिया है. वहां पाेकलेन मशीन से नाले से गाद निकालने के बाद छाेटे नालियाें का मुंह क्लीयर हाेने लगा है. दरअसल नदी के मुहाने पर कभी सफाई नहीं हुई, इसके चलते पानी की निकासी ही नहीं हाे पाती थी. यह इलाका क्लीयर हाे जायेगा ताे मिरजानहाट, क्लबगंज, वारसलीगंज जैसे इलाके में नाले का पानी तुरंत निकल जायेगा. ओवरफ्लाे हाेकर सड़काें पर नहीं बहेगा.
कंट्रोल एंड कमांड सेंटर : हिफाजत के लिए मसाज चेयर को मिला एक कमरा
वरीय संवाददाता, भागलपुर सैंडिस कंपाउंड के जिम से उठवाये गये मसाज चेयर को स्मार्ट सिटी कंपनी ने कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में रखा है. पीआरओ पंकज कुमार ने तो यह पहले ही बता दिया है कि वह स्मार्ट सिटी कंपनी की अभिरक्षा में है. लेकिन, यह उन्होंने नहीं बताया है कि इसमें खराबी क्या आयी है, एक्सपर्ट को कब तक दिखायेगा और इसकी मरम्मत करायेगा या नहीं. जिम में भी तो इसकी मरम्मत करायी जा सकती थी. कंट्रोल कमांड सेंटर ले जाना जरूरत क्या थी. लेकिन, जो भी मसाज चेयर को बड़ी खूबसुरती के साथ लाल कपड़े से ढक कर रखा गया है. उसके लिए एक खाली कमरा दे दिया गया है. यानी, यह अभिरक्षा में है. इधर, अब सवाल यह उठता है कि जिस व्यक्ति ने जिम से चेयर को निकाला है, उन्होंने रिसिविंग में रिप्लेस करने की बात लिखी है, तो रिप्लेस भी वहां से सीधे तौर पर हो जाता. देखना अब यह है कि आखिर यह कितने दिनों में रिप्लेस होता है या फिर मरम्मत होती है. क्योंकि, जिम में नहीं रहने से लोगों को इस सुविधा से वंचित रहना पड़ेगा.
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