लुभाने लगी कतरनी के नये चूड़ा की खुशबू, कमी के बीच चढ़ा मालभोग का भाव

बाजार में नयी कतरनी चूड़ा की खुशबू फैलने लगी है. इसके साथ ही अन्य किस्म के धान से बना चूड़ा भी बाजार में आ चुका है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 7, 2024 9:45 PM

बाजार में नयी कतरनी चूड़ा की खुशबू फैलने लगी है. इसके साथ ही अन्य किस्म के धान से बना चूड़ा भी बाजार में आ चुका है. कम मात्रा में आयी नयी फसल के कारण ये महंगे हैं. मालभोग चूड़ा 120 से 125 रुपये, तो कतरनी चूड़ा 110 से 120 रुपये किलो तक बिक रहा है. चूड़ा कारोबारी चंदन विश्वास ने बताया कि अभी नये धान की फसल खेत से निकल रही है. पूरी तरह से इसकी तैयारी नहीं हुई है. जो धान हरा है उसके अनोखे स्वाद के लिए लोग चूड़ा तैयार करा रहे हैं. यह चूड़ा अधिक दिनों तक नहीं टिकता है. इसी कारण लोग कम मात्रा में हरे धान का चूड़ा तैयार करा रहे हैं. कम मात्रा में उपलब्धता और अधिक मांग के कारण अभी इसका भाव आसमान छू रहा है. हालांकि कतरनी उत्पादक किसानों की मानें तो बाजार में बहुत कम मात्रा में कतरनी चूड़ा आया है. ऑर्गेनिक कतरनी चूड़ा की कीमत 140 से 160 रुपये किलो तक मिल रहा है.

कतरनी और मालभोग चूड़ा में है प्रतिस्पर्द्धा

दूसरे चूड़ा कारोबारी विजय कुमार ने बताया कि मालभोग का चूड़ा सालों भर नहीं बिकता है. नयी फसल का चूड़ा ही स्वादिष्ट होता है. इसलिए इसका भाव कतरनी से भी महंगा है. उन्होंने बताया कि अभी बाजार में सोनम व शंभा की नयी फसल का चूड़ा 55 से 60 रुपये किलो बिक रहा है. अधिकतर लोग छोटे दाने वाला चूड़ा ही मांग रहे हैं. मोटा चूड़ा 40 से 45 रुपये किलो तक बिक रहे हैं.

बॉक्स मैटर

गुड़ के व्यंजनों की भरमार

बाजार में गुड़ के व्यंजनों की भरमार है. ज्यों-ज्यों ठंड बढ़ती जा रही है, त्यों-त्यों नये गुड़ के व्यंजन भी बढ़ते जा रहे हैं. गीला गुड़ 45 से 50 रुपये किलो, सूखा गुड़ 55 से 60 रुपये किलो और मिठाई गुड़ 80 से 100 रुपये किलो तक बिक रहे हैं. यह गुड़ मथुरापुर से तैयार होकर आ रहा है. इसके अलावा गुड़ के व्यंजन लाई, तिलकुट, तिल-लड्डू, गुड़झिलिया आदि लोगों को लुभाने लगे हैं. तिल-लड्डू 300 से 350 रुपये किलो बिक रहे हैं, तो लाई 100 रुपये किलो बिक रहा है.

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