नवगछिया (भागलपुर) : भवानीपुर नारायणपुर ओपी क्षेत्र के गंगा दियारे में बुधवार की देर रात करीब दो बजे हुई मुठभेड़ में एसटीएफ व पुलिस दारोगा आशीष सिंह हत्याकांड का मुख्य आरोपित कुख्यात दिनेश मुनि को मार गिराया. मुठभेड़ लगभग एक घंटे तक चली. इस दौरान दिनेश के सहयोगी अपराधी भाग निकले. मुठभेड़ खत्म होने के बाद पुलिस व एसटीएफ ने दियारे में तलाशी शुरू की, जिसमें दिनेश मुनि शव मिला.
घटनास्थल से दो रेगुलर कार्बाइन, एक बंदूक और 20 कारतूस, ताड़ी से भरा डिब्बा, गुटखा के पैकेट, बिछावन और कई आपत्तिजनक सामान बरामद हुए. दारोगा हत्याकांड में फरार दिनेश मुनि पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था. इधर, सूचना मिलते ही नवगछिया के एसडीपीओ प्रवेंद्र भारती, गोगरी के एसडीपीओ पीके झा, खगड़िया के थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार, बिहपुर सर्किल इंस्पेक्टर एनएस चौहान, भवानीपुर ओपी अध्यक्ष नीरज कुमार, बिहपुर थानाध्यक्ष रंजीत मंडल घटनास्थल पर पहुंचे.
साथ ही भागलपुर से गयी एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जमा किये़ 12 अक्तूबर, 2018 को पसराहा के दारोगा आशीष हुए थे शहीद12 अक्तूबर, 2018 को पसराहा पुलिस को सूचना मिली थी कि कई मामलों में फरार दिनेश मुनि दुधैला गांव के अशोक यादव के बासा पर अपराध की योजना बना रहा है. थानाध्यक्ष आशीष सिंह के नेतृत्व में पसराहा पुलिस उसकी तलाश में निकली.
अशोक यादव के घर के पास पुलिस जैसे ही पहुंची, दिनेश मुनि ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसका पुलिस ने भी जवाब दिया. एनकाउंटर में एक अपराधी श्रवण यादव को पुलिस ने मार गिराया, लेकिन पसराहा के थानाध्यक्ष दारोगा आशीष भी शहीद हो गये. सिपाही दुर्गेश को भी अपराधियों की गोली लगी थी.
सात दिनों से दिनेश का पीछा कर रहे थे पुलिसकर्मी पुलिस को सूचना मिली थी कि लॉकडाउन में दिनेश ने अपना नया ठिकाना बनाया है. पिछले सात दिनों से पुलिस सादे लिबास में दियारा इलाके में जानकारी जुटा रही थी. इसी बीच सूचना मिली कि दिनेश मुनि दो साथियों के साथ गंगा दियारे में पार्टी करनेवाला है.
इसके बाद वहां एसटीएफ और जिला पुलिस की टीम पहुंची, तो अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी. एसटीएफ और पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की. इस दौरान पुलिस अपराधियों को सरेंडर करने के लिए बार-बार कह रही थी, लेकिन वे नहीं माने.
Posted by : Pritish Sahay