शहर के प्रमुख द्वार व मैदान अंगराज कर्ण के नाम पर हो
कर्ण सेना की संयुक्त कार्य समिति की बैठक रविवार को मोहद्दीनगर दुर्गा मंदिर के समीप विवाह भवन परिसर में हुई.
कर्ण सेना की संयुक्त कार्य समिति की बैठक रविवार को मोहद्दीनगर दुर्गा मंदिर के समीप विवाह भवन परिसर में हुई. नंदकिशोर पंडित ने अध्यक्षता की. उन्होंने कहा कि घर-घर कर्ण सेना को तैयार करना है और इन मुद्दों को लेकर जनता और जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लेने का प्रयास किया जायेगा. कर्ण सेना के प्रधान महासचिव राकेश रंजन केसरी ने अंगराज कर्ण के जीवन और चरित्र पर व्यापक प्रकाश डाला. कहा कि प्रस्ताव पारित किया गया कि है शहर का मुख्य द्वार, मार्ग व मैदान अंगराज कर्ण के नाम पर हो. मध्य शहर व नाथनगर में आदमकद की प्रतिमा लगायी जाये. भागलपुर स्थित टाउन हॉल का नाम अंगराज कर्ण प्रशाल किया जाये, अंग एक्सप्रेस ट्रेन का नाम बदलकर अंगराज कर्ण एक्सप्रेस हो समेत कई मांग की गयी. इस दौरान सनातन संरक्षण बोर्ड बनाने की मांग उठायी गयी. मंजूषा कला को बढ़ावा देने के लिए अंग मंजूषा कला विकास संस्थान बने, भागलपुर में हाई कोर्ट पीठ का गठन हो. अंगिका भाषा को भारत सरकार मान्यता देकर आठवीं अनुसूची में शामिल करे.
मुख्य अतिथि तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ राम आशीष पूर्व को सम्मानित किया गया. गोविंद अग्रवाल ने कहा कि इस संगठन से बुद्धिजीवियों को जोड़ने की जरूरत है. संगठन का विस्तार किया जायेगा. महिला अध्यक्ष स्वेता सिंह ने कहा कि जो निर्णय लिया गया है, उसे धरातल पर उतारा जायेगा. इस मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष बृजेश साह, महासचिव गिरीश चंद्र भगत, प्रधान महासचिव निरंजन सिंह, अशोक शाह, गौरव सिन्हा योगीराज मिश्रा, रंजीत कुमार घोष, पंकज उपाध्याय, अनिल शाह, अमर कुमार,अरुण कुमार भगत, विकेश्वर दास, जवाहरलाल दास, गौरव कुमार, अनीता सिंह,अंजलि घोष, सुनीता सिंह, काजल देवी, पूनम भगत, सुनील सिंह सोलंकी ,प्रताप शाह, विमल कुमार मंडल आदि उपस्थितथे. विजय प्रसाद शाह ने धन्यवाद ज्ञापन किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है