पीरपैंती व जगदीशपुर में अत्यधिक संख्या में अधिकतर आवेदन जांच के लिए लंबित पाये गये हैं. दूसरी ओर जब इसका कारण पता करने के लिए कहलगांव के डीसीएलआर सह पीरपैंती के वरीय पदाधिकारी ने पीरपैंती अंचल का निरीक्षण किया, तो चौंकानेवाली बात पता चली. निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अधिकतर कर्मी संध्या में निर्धारित अवधि के पूर्व ही कार्यालय से चले जा रहे हैं. इस वजह से आवेदनों के निष्पादन में विलंब हो रहा है. इस मामले में डीएम ने एडीएम निर्देश दिया है कि ऐसे कर्मी जो कार्यालय कार्य में अभिरुचि नहीं ले रहे हैं, उनके विरुद्ध निलंबन का प्रस्ताव उपलब्ध करायें. साथ ही पीरपैंती के सीओ से इस बात स्पष्टीकरण किया गया है कि क्यों वे अपने अधीनस्थ कर्मियों से कार्य कराने में अक्षम हैं और वरीय पदाधिकारियों के निर्देश का अनुपालन नहीं करा पा रहे हैं. जगदीशपुर अंचल अधिकारी के बिना स्वीकृति के मुख्यालय से अनुपस्थित रहने के लिए भी स्पष्टीकरण किया गया है.
जैसे-तैसे जांच रिपोर्ट तैयार कर भेजी जा रही
जिला बैंकिंग शाखा, जिला विधि शाखा व जिला विकास शाखा के कार्यों की समीक्षा में पाया गया है कि प्रखंड व अंचल स्तर पर प्राप्त जांच रिपोर्ट का स्तर मानक के अनुरूप नहीं है. इसके कारण वाद का निष्पादन नहीं हो पा रहा है. डीएम ने निर्देश दिया है कि यदि निर्धारित मानक के अनुरूप जांच पदाधिकारी द्वारा रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराया जाता है, तो संबंधित पदाधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई का प्रस्ताव उपलब्ध करायें.आरोप सत्यापित नहीं होने पर भी बार-बार आवेदन देनेवाले होंगे चिह्नित
वैसे आवेदक जिनके द्वारा लगाया गया आरोप जांच में सत्यापित नहीं होने पर बार-बार आवेदन दिया जाता हो, उन आवेदकों को चिह्नित किया जायेगा. ऐसे आवेदनों से सरकारी दफ्तरों के संबंधित पदाधिकारी व कर्मचारी बेवजह परेशान होते हैं. उनके विरुद्ध भी जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश डीएम ने संबंधित एसडीओ को दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है