नगर निगम : जांच कमेटी बनती है, फिर भी अनसुलझा रह जाता है मामला

नगर निगम से जुड़े कई मामलों की जांच अधूरी है. दरअसल, जब कोई मामला उजागर होता है,

By Prabhat Khabar Print | July 4, 2024 11:12 PM

-उजागर मामले के शांत होते ही अधिकारी भूल जाते हैं कमेटी को

वरीय संवाददाता, भागलपुर

नगर निगम से जुड़े कई मामलों की जांच अधूरी है. दरअसल, जब कोई मामला उजागर होता है, आननफानन में जांच के नाम पर कमेटी गठित की जाती है. मगर, मामले के शांत होते ही यह कोई नहीं देखता कि जांच हो रही है या नहीं, कार्रवाई कहां तक पहुंची. जाहिर है जांच को अंजाम तक पहुंचाने के प्रति निगम प्रशासन उदासीन है. इस उदासीनता की वजह से ऐसे कई मामले अबतक अनसुलझे हैं.

मामला-1

नगर निगम में लगी आग की तीन माह बाद भी नहीं आयी जांच रिपोर्ट

नगर निगम परिसर में सात अप्रैल को आग लगी थी. इसमें चार गाड़ियां जलकर खाक हो गयी थी. इसकी जांच के लिए कमेटी गठित हुई लेकिन, अबतक इसकी न तो रिपोर्ट आयी है और न ही मामला सुलझ सका है. जबकि, चर्चा यहां तक हुई थी कि आग लगी नहीं, लगा दी गयी है. इस जांच कमेटी में सदर एसडीओ, उप नगर आयुक्त एवं फायर सेफ्टी ऑफिसर शामिल हैं.

मामला-2

धुएं से दम घुटने से 21 दिन के नवजात की मौत का मामला भी अनसुलझा

तीन माह पहले कूड़े में आग लगा देने के करण धुएं से 21 दिन के नवजात की मौत दम घुटने से हो गयी थी. मामला जब सामने आया, तो नगर प्रशासन ने कमेटी गठित कर दी लेकिन, इसकी रिपोर्ट तीन महीने बाद भी नहीं आयी है. मजे की बात यह है कि कमेटी गठित होने के काफी दिनों तक जांच के लिए घटनास्थल पर भी नहीं गयी थी. नाथनगर के गढ़ैया टोली में फिर कचरे में आग लगने के बाद घटना हुई थी.

बैक्स मैटर

होल्डिंग टैक्स घाेटाले की जांच तो हुई पूरी, मगर नहीं आया पैसा पूरा

होल्डिंग टैक्स घोटाले की जांच के लिए भी कमेटी गठित हुई थी. जांच पूरी भी हो गयी लेकिन, घोटाले का पूरा पैसा अबतक नहीं आया है. घोटाले में संलिप्त टीन टैक्स कलेक्टर में से एक की मौत तक हो चुकी है. बाकी दो में आशोक मंडल पर 31 लाख 71 हजार रुपये व गोपाल दत्त ठाकुर पर आठ लाख 82 हजार रुपये गबन करने का मामला है.

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