सिकंदरपुर : सफाई व्यवस्था निजी हाथों में सौंपने के बाद भी जलजमाव की समस्या नहीं हो सकी दूर
शहर की सफाई व्यवस्था निजी हाथों में सौंपने के बाद भी सिकंदरपुर मोहल्ले को जानी वाली सड़क पर जलजमाव की समस्या दूर नहीं हो सकी है.
वरीय संवाददाता, भागलपुर
शहर की सफाई व्यवस्था निजी हाथों में सौंपने के बाद भी सिकंदरपुर मोहल्ले को जानी वाली सड़क पर जलजमाव की समस्या दूर नहीं हो सकी है. नाला जाम रहने की वजह से गंदा पानी सड़क पर 24 घंटे जमा रहता है. सफाई एजेंसी न तो नाले की सफाई कर रही है और न ही निगम उनसे करवा पा रहा है. पिछले साल अगस्त से सफाई व्यवस्था निजी हाथों में सौंपी है और तभी इस रोड पर जलजमाव है. यहां की स्थिति ऐसी हो गयी है कि लोगों को नाले के ढक्कन पर से आना-जाना करना पड़ रहा है.नगर आयुक्त को दिखाने भर हो रहा नाले की उड़ाही
नाले की उड़ाही नगर आयुक्त के निर्देश पर शुरू तो हुई मगर, अब इसकी रफ्तार धीमी पड़ गयी है. वर्तमान में सिर्फ नगर आयुक्त को सिर्फ दिखाने भर एक-दो जगहों के नाले की उड़ाही की जा रही है. यही हाल अगर रहा, तो इस बार भी बरसात से पहले सभी नालों की उड़ाही कार्य पूरा नहीं हो सकेगा. तब शहर की सड़कें पिछले साल की तरह ही डूबेगी.—————————–मानिकपुर इलाके में डीप बोरिंग रहा सफल, 435 फीट पर मिला पानीदक्षिणी शहर के मानिकपुर इलाके में डीप बोरिंग सफल रहा. तकरीबन 435 फीट गहराई पर पानी की बेहतर स्थिति मिली है. हालांकि, यहां 500 फीट गहराई तक डीप बोरिंग करनी थी, लेकिन निगम की टीम को जब लगा कि 435 फीट की गहरायी पर पानी मिल रही है, तो बोरिंग को स्थापित कर दिया गया. नगर निगम की ओर से शहर के तीन और इलाकों में डीप बोरिंग करायी जायेगी. वार्ड 46 में पहले ही डीप बोरिंग का काम पूरा हो चुका है. कुछ दिन पहले नगर निगम में वार्ड 46 में डीप बोरिंग करायी गयी थी. वहां भी 350 फीट की गहरायी में पत्थर निकल गया. इसके बाद पत्थर काटने वाली मशीन का इस्तेमाल कर बोरिंग का काम 500 फीट तक पूरा किया गया. यहां 500 फीट की गहरायी तक बोरिंग करने की आवश्यकता इस वजह से पड़ी क्योंकि, 350 फीट की गहरायी में पानी की स्थिति बेहतर नहीं मिली थी.
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