सिकंदरपुर : बरसाती पानी में डूबी है सड़क, गड्ढों का अंदाजा नहीं लगने से गिर रहे राहगीर
शहर में सफाई व्यवस्था बेहद गड़बड़ है. सड़कों के किनारे बिखरे कूड़े के ढेर और बजबजाती नालियां शहरवासियों के लिए परेशानी का कारण बन जा रही है.
वरीय संवाददाता, भागलपुर
शहर में सफाई व्यवस्था बेहद गड़बड़ है. सड़कों के किनारे बिखरे कूड़े के ढेर और बजबजाती नालियां शहरवासियों के लिए परेशानी का कारण बन जा रही हैं. एक तरफ नाले की उड़ाही के लिए डेडलाइन तक निर्धारित कर दिया गया है, दूसरी तरफ बरसाती पानी में सिकंदरपुर का रोड कई दिनों से डूबा है. जलजमाव और गंदगी के चलते मच्छरों की तादाद भी बढ़ने लगी है. सड़क पर पानी भरा रहने से लोग पार करने के दौरान गड्ढों का अंदाजा नहीं लगा पा रहे और इसमें गिर रहे है. लोगों को दिक्कत हो रही है. जलजमाव और गंदगी की शहर के दूसरे मुहल्लों में भी दशा एक जैसी है. जबकि, नगर आयुक्त ने हिदायत दी थी कि उड़ाही के बाद भी नाले में भरा रहा पानी तो वार्ड प्रभारियों पर कार्रवाई होगी. लेकिन, सिकंदपुर में तो उड़ाही ही नहीं हो सकी है.व्यवस्था से असंतुष्ट हैं लोग
सिकंदपुर के लोगों का कहना है कि मुहल्ले में सफाई कर्मचारी बहुत कम आते हैं. नाले की उड़ाही नहीं हुई है. नालियों की नियमित सफाई न होने से जलनिकासी की समस्या बनी है. मुहल्ले में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर सफाई व्यवस्था को मुंह चिढ़ाते हैं.
160 मजदूर से लिया जा रहा नाले की उड़ाही काम, फिर भी जलजमाव
नाले की उड़ाही के लिए 160 मजदूर को लगाया गया है. 80-80 की दो टीम है. यानी, मैनपावर के साथ संसाधन की कोई कमी नहीं है. बावजूद, इसके लोगों को जलजमाव का समाना करना पड़ राह है.
नाले के निकासी प्वाइंट चिह्नित, क्लियर कराने की पहल नहीं
नगर आयुक्त के निर्देश पर निगम कर्मियों ने नाले के निकासी प्वाइंट को सिर्फ चिह्नित किया है. क्लियर कराने की दिशा में कोई पहल नहीं की है. यही वजह है कि बेमौसम बारिश हुई तो जलभराव की स्थिति बन गयी.उप नगर आयुक्त की जांच सिर्फ खानापूरी
शहर में 160 मजदूराें से नाला उड़ाही करवाने की शुरुआत हाेने के बाद इसके कार्य प्रगति को देखने के लिए उप नगर आयुक्त निकले थे. वह दक्षिणी शहर में न जाकर सीधे नाथनगर इलाके के वार्ड दाे व छह में पहुंचे थे. उड़ाही कार्यों की जांच की थी. उन्हाेंने नाले से गाद निकालते हुए मजदूराें काे देखा था. इस पर संताेष भी जताया था. जबकि लोगों का मनाना है कि उनके आने की खबर पहले ही कर्मचारियों को थी. इस वजह से काम होता दिखा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है