Bhagalpur News: प्रेमी के साथ महिला ने रची थी मुंहबोले मौसा की हत्या की साजिश
पीरपैंती के रसीदपुर बहियार में एक शव मिला था. शव से 100 मीटर दूर बाइक के आधार पर नंदलाल साह की पहचान हुई थी. नंदलाल पूर्णिया जिला के ओरलाहा, रघुवंश नगर निवासी व वहीं स्कूल में क्लर्क के पद पर कार्यरत थे.
पूर्णिया निवासी क्लर्क हत्याकांड का खुलासा
= हत्या में शामिल चार अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारीप्रतिनिधि, पीरपैंती (भागलपुर)
पुलिस ने 72 घंटे के भीतर नंदलाल साह (58) हत्याकांड का खुलासा कर लिया है. मामले में एक विवाहित महिला व उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है. मृतक नंदलाल महिला के मुंहबोले मौसा थे, जो महिला के प्रेम-प्रसंग में बाधक बन रहे थे. ऐसे में महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर उनकी हत्या की साजिश रची. फिर प्रेमी ने अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर हत्या को अंजाम दिया. दोनों की गिरफ्तारी से इसका खुलासा हुआ. हत्या में शामिल अन्य चार लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. गुरुवार को पीरपैंती में प्रेस कांफ्रेंस में एसडीपीओ-2 अर्जुन कुमार गुप्ता व थानाध्यक्ष पुनि नीरज कुमार ने यह जानकारी दी. एसडीपीओ ने बताया कि हत्याकांड में पुलिस टीम गठित कर एफएसएल व डॉग स्क्वायड के साथ अनुसंधान शुरू किया गया. इसके बाद मिले साक्ष्य के आधार पर छोटी दिलौरी निवासी श्रवण मंडल की पत्नी जूली देवी (24) व कालीप्रसाद गांव निवासी उसके मित्र मो मोसद्दीक (19) को उनके मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार किया गया है. यहां बता दें कि बीते दो दिसंबर को पीरपैंती के रसीदपुर बहियार में एक शव मिला था. शव से 100 मीटर दूर बाइक के आधार पर नंदलाल साह की पहचान हुई थी. नंदलाल पूर्णिया जिला के ओरलाहा, रघुवंश नगर निवासी व वहीं स्कूल में क्लर्क के पद पर कार्यरत थे. मृतक क्लर्क के पुत्र मनीष कुमार भारती के आवेदन पर पीरपैंती थाना में अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज किया गया था. मामले में गठित पुलिस टीम में एसडीपीओ-2 व थानाध्यक्ष के अलावा पुअनि जितेश प्रसाद, पुअनि बबलू कुमार, आरक्षी जितेंद्र कुमार आदि शामिल थे.लूटपाट करने वाले गैंग से जुड़ा है मोसद्दीक
नंदलाल साह (मृतक) को गिरफ्तार जूली देवी मुंहबोला मौसा कहती थी, जो उसके घर अक्सर आते-जाते थे. विवाहित होने के बाद भी जूली देवी का प्रेम-प्रसंग मो मोसद्दीक से चल रहा था, जिसे नंदलाल साह पसंद नहीं करते थे. नंदलाल साह इसके खिलाफ थे. इससे परेशान होकर जूली व मोसद्दीक ने नंदलाल साह से पैसा उगाही और फिर उनकी हत्या की साजिश रची. एसडीपीओ-2 ने बताया कि मो मोसद्दीक ने स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि उसका गैंग लूटपाट करता है. इससे वह कुछ दिन पहले से ही जुड़ा है. हत्या के लिए उसने दुकान से ब्लेड खरीदने की बात स्वीकार की. इसी से नंदलाल साह की हत्या की गयी. ब्लेड को एफएसएल टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य के रूप में एकत्रित किया था.
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