आलय की ओर से बुधवार को कला केंद्र में रंगकर्मियों के बीच रंग संवाद का आयोजन किया गया. फिल्म एंड टेलीविजन संस्थान पुणे से स्नातक रहे मशहूर फिल्म अभिनेता रवि शाह रंग संवाद के मुख्य अतिथि थे. उन्होंने कहा कि अभिनेता को पढ़ना बहुत जरूरी है. साथ ही उसकी समझ ऑब्जरवेशन से ही बनेगी. अभिनेता जब चरित्र को धारण करता है, तो वह अपने अस्तित्व को भूल जाता और उस धारण किए हुए चरित्र को ही आत्मसात कर लेता है. रंगमंच एक संस्कृति है. कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ चैतन्य प्रकाश ने कहा कि रवि शाह, पान सिंह तोमर, फिल्मीस्तान, रात अकेली, स्प्रिंग थंडर, ठुकरा के मेरा प्यार सहित दर्जनों बेहतरीन फिल्मों और वेब सीरीज में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके हैं. उनकी वेब सीरीज में भागलपुर की अभिनेत्री संचिता बसु भी मुख्य भूमिका में नजर आयी है. इस संवाद में वरिष्ठ छायाकार शशि शंकर, कथाकार रंजन, प्रदीप कुमार झुनझुनवाला, दीपक उपाध्याय, रामानुज दुबे और मिथिलेश कुमार रिंटु का योगदान रहा. इस मौके पर आलोक राज, विक्रम राज, चंचल कुमार, संजीव संगम, खुशी कुमारी ,कुमार मंगलम, विपुल कुमार, विकास चंद्रा ,विक्रम बजरंगी ,अपूर्व गौरव, अभिषेक कुमार, कृष्णा, स्नेहा, निर्भय, धीरज, सुमित, निश्छल, अमन आदि उपस्थित थे.
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