बबरगंज और तिलकामांझी के बाद अब बरारी में दिनदहाड़े गृहभेदन, नहीं थम रही घटनाएं

बबरगंज और तिलकामांझी के बाद अब बरारी में दिनदहाड़े गृहभेदन, नहीं थम रही घटनाएं

By Prabhat Khabar News Desk | November 13, 2024 10:51 PM

पिछले तीन दिनों के भीतर शहरी क्षेत्र में गृहभेदन के तीन मामले हो चुके हैं प्रतिवेदित – जिनके घर हुई चोरी उनमें एक भाई लोक अभियोजक तो दूसरा प्रशासनिक पदाधिकारी बबरगंज और तिलकामांझी थाना क्षेत्र के बाद अब बरारी थाना क्षेत्र में हुए गृहभेदन का मामला संज्ञान में आया है. 11 नवंबर को घर में हुई चोरी को लेकर बरारी के पश्चिम टोला स्थित कपुरी मोदी लेन निवासी संजय कुमार रजक ने बरारी थाना में केस दर्ज कराया है. जिसमें लाखों के जेवरात सहित नकदी की चोरी का उल्लेख किया है. बता दें कि आवेदक संजय कुमार रजक के बड़े भाई अजय कुमार रजक झारखंड राज्य के गुमला जिला लोक अभियोजक हैं तो मंझले भाई विजय कुमार रजक अररिया जिला प्रशासन में वरीय कोषागार पदाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं. दिये गये आवेदन में संजय कुमार रजक ने उल्लेख किया है कि 11 नवंबर 2024 को वह अपनी भांजी का शैक्षणिक सर्टिफिकेट लाने के लिए टीएमबीयू गये थे. शाम करीब 4 बजे जब वह लौटकर जब अपने घर में प्रवेश किया तो उन्होंने पाया कि उनके आलमारी का ताला टूटा हुआ है और सारा सामान बिखरा पड़ा है. आकलन करने पर पाया कि उसमें से उनकी मां का सोने का लॉकेट, सोने की कान की बाली, नाक का बेसर, सोने का चेन सहित करीब 5 लाख रुपये के जेवर सहित 50-60 हजार रुपये कैश गायब था. जब उन्होंने अपने बड़े भाई का आलमारी देखा तो वहां भी सामान बिखरा पड़ा था. मंझले भाई के कमरे में जाने पर वहां भी सामान बिखरा पाया, और आलमारी को खोलने का प्रयास किये जाने का निशान पाया. उन्होंने फौरन डायल 112 पर कॉल कर इसकी जानकारी दी. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल की जांच कर वहां की फोटोग्राफी तेयार की और बरारी थाना में एफआइआर के लिए आवेदन देने को कहा. जिसके बाद उन्होंने मामले में थाना को आवेदन दिया था. मामले को लेकर बरारी थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अभय शंकर ने बताया कि मामले में इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों का फुटेज खंगाला जा रहा है. मामले में पुलिस कुछ संदिग्धों की तलाश कर रही है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version