थाना में जब्त गाड़ी से टायर व स्टेपनी की चोरी, एसपी से गुहार

भवानीपुर पुलिस की ओर से जब्त गाड़ी से टायर व स्टेपनी की चोरी हो गयी है. पीड़ित ने नवगछिया एसपी को आवेदन देकर गुहार लगायी है

By Prabhat Khabar News Desk | September 5, 2024 1:31 AM

भवानीपुर पुलिस की ओर से जब्त गाड़ी से टायर व स्टेपनी की चोरी हो गयी है. पीड़ित ने नवगछिया एसपी को आवेदन देकर गुहार लगायी है. पीरपैंती थाना लकड़ाकोल सादीपुर के मंटू कुमार यादव ने भवानीपुर थाना में जब्त गाड़ी से चार रीम टायर व स्टेपनी थाना की मिलीभगत से खोलने का आरोप लगाया है. 26 जून को भवानीपुर थाना के चेकिंग अभियान में गाड़ी को पकड़ थाना में जब्त कर मुकदमा किया था, जो नवगछिया व्यवहार न्यायालय में लंबित है. न्यायालय में गाड़ी का जमानत कराने के सभी कागजात अपडेट कराने गाड़ी के इंश्योरेंस के कागजात फेल होने से कंपनी के एजेंट को लेकर गाड़ी का फोटो खिंचवाने एक सितंबर को दोपहर 11 बजे थाना गये थे. थाना के चौकीदार के साथ जब गाड़ी के पास पहुंचे, तो मेरी गाड़ी का पांच टायर रीम समेत खुला देख चौकीदार के साथ हम पुनः थाना परिसर पहुंच थानाध्यक्ष को इसकी जानकारी दी, तो उन्होंने कहा गाड़ी जोगने का हम ठेका नहीं लिये हैं. हमें जैसे ही कुछ दिन पूर्व में पता चला, तो अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर दिया हूं. जिस जगह जब्त गाड़ी को रखा गया था उस जगह कुछ लोगों का घर है. एक सरकारी चौकीदार को प्रतिनियुक्त किया गया था. बावजूद थाना से गाड़ियों के टायर खोल कर बेच देना कहां का न्याय है. मैंने चार लाख रुपये जुर्माना जमा किया हूं. चोरी मामले में थानाध्यक्ष से शिकायत में सहयोग का आश्वासन नहीं मिला. मेरा 2.50 लाख का नुकसान हुआ. थाना स्तर से गाड़ी का टायर व रीम को वापस करा दिया जाता, तो आदेश के बाद गाड़ी ले जा पायेंगे. गाड़ी से डीजल चोरी कर लिया गया है. टायर और रीम मामले की उचित जांच कर दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करते हुए मेरा टायर और रीम वापस कराने की कृपा की जाए.

अनुमंडल अस्पताल का सिविल सर्जन ने की जांच

अनुमंडल अस्पताल का सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने निरीक्षण किया. उन्होंने ओपीडी, लेबर रूम की जांच की. बताया कि अस्पताल में साफ-सफाई की काफी कमी हैं. पोस्टमार्टम हाउस के पास काफी गदंगी हैं. उसे साफ करने को कहा. डेंगू की रोकथाम के लिए अस्पताल परिसर में फाॅगिग की व्यवस्था है. डेंगू वार्ड छह बेड का बनाया गया है. खिड़की में जाली लगाने के लिए कहा. अस्पताल परिसर में जल निकासी के लिए ड्रेनेज सिस्टम पर काम हो रहा है. दांत जांच करने वाली मशीन को शीघ्र ही ठीक करवाया जायेगा. अस्पताल में चिकित्सकों की कमी है. हमारे पास जो संसाधन हैं उसी के आधार पर हम लोगों को बेहतर काम करना होगा. लेबर रूम ठीक हैं. बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र बेड पर ही बना कर दे दिया जाता हैं. मौके पर डीएस डॉ वरुण कुमार, अस्पताल प्रबंधक रमण कुमार, एड्स काउंसलर अजय कुमार सिंह मौजूद थे.

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