टीएमबीयू में पांच साल से सांस्कृतिक गतिविधि बंद है. विवि में सांस्कृतिक गतिविधि कुलगीत व राष्ट्रगान की प्रस्तुति तक ही सीमित हो गयी है. ऐसे में सांस्कृतिक गतिविधि नहीं होने से छात्र-छात्राओं को बढ़िया प्लेटफॉर्म नहीं मिल पा रहा है, जबकि विवि के कॉलेजों में वर्ष 2019 तक सांस्कृतिक गतिविधि का आयोजन होता रहा. विवि में सांस्कृतिक गतिविधि के तहत कई छात्र-छात्राओं ने स्थानीय व बाहर जाकर बढ़िया प्रदर्शन कर विवि का नाम रोशन कर चुके हैं. नामांकन के समय प्रति छात्रों से सांस्कृतिक गतिविधि के नाम पर शुल्क लेनेवाले इस विश्वविद्यालय में शास्त्रीय कला की पहचान मिट रही है. फिर भी किसी अधिकारी के दिल में इसकी टीस नहीं उठती. ————————– इंटर कॉलेज सांस्कृतिक प्रतियोगिता हो चुका है बंद – विवि के अधिकारी ने नाम नहीं छापने के शर्त पर कहा कि पांच साल से विवि के बैनर तले कॉलेज स्तर पर होने वाले इंटर कॉलेज सांस्कृतिक प्रतियोगिता बंद पड़ा है. इसमें नृत्य, गायन, चित्रकला आदि स्पर्द्धा आयोजित किया जाता था. प्रतियोगिता को लेकर कॉलेज को मेजबानी दिया जाता था. विवि के पूर्व कुलपति डॉ रमा शंकर दुबे के कार्यकाल में विवि में सांस्कृतिक कार्यक्रम चरम पर था. —————————— सांस्कृतिक कार्यक्रम से दूर हाे रहे छात्र – विवि व कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन बंद होने से छात्र-छात्राएं भी दूर होने लगे है. जबकि पीजी संगीत विभाग में सत्र 2023-25 में 24 स्टूडेंट ने नामांकन कराया है. एसएम कॉलेज के पीजी विभाग में भी 17 छात्राओं ने नामांकन लिया है. स्नातक स्तर पर भी एसएम कॉलेज में आठ, मारवाड़ी, टीएनबी व बीएन कॉलेज में भी संगीत विषयों में स्टूडेंट ने नामांकन कराया है. ————————————- विवि से सांस्कृतिक कार्यक्रम को लेकर कैलेंडर भी नहीं हुआ जारी – सूत्रों के अनुसार विवि से सांस्कृतिक कार्यक्रम को लेकर कैलेंडर भी जारी नहीं किया जा रहा है. सालों से प्रकाशन बंद है. दूसरी तरफ कॉलेजों में भी वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन नहीं किया जा रहा है. ——————————- सांस्कृतिक गतिविधि को शुरू करने की तैयारी चल रही – सचिव विवि सांस्कृतिक परिषद की सचिव प्रो निशा झा ने कहा कि विवि व कॉलेज स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू करने की तैयारी चल रही है. इसे लेकर कैलेंडर तैयार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल के कारण गतिविधि बंद रहा. उन्होंने कहा कि विवि का स्थापना दिवस जुलाई में मनाया जायेगा. इसे लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है.
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