जिले में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनायी गयी. इस अवसर पर शहर के विभिन्न ठाकुरबाड़ी व मंदिरों में भजन-कीर्तन का आयोजन हुआ.
बूढ़ानाथ मंदिर में हुआ शृंगार व जन्मोत्सव
बूढ़ानाथ मंदिर में विशेष पूजन, शृंगार व महाआरती का आयोजन किया गया. इसके बाद जन्मोत्सव मनाया गया. कार्यक्रम का संचालन महंत शिवनारायण गिरि ने किया. इस मौके पर प्रबंधक बाल्मिकी सिंह, चंद्रशेखर मिश्रा, रवि कुमार आदि उपस्थित थे.खाटू श्याम मंदिर में सजा दरबार, बही भजन की बयारमंदरोजा स्थित खाटू श्याम मंदिर में रात्रि आठ बजे भजन-कीर्तन हुआ. स्थानीय कलाकारों व श्याम भक्त मंडल के पदाधिकारी ने एक से एक भजन प्रस्तुत किया. उपाध्यक्ष सुरेश मोहता ने तेरे दर पे आने को जी चाहता है… भजन गाया. सुरेश मोहता ने नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की एवं भगत के वश में है भगवान भजन जब गाया तब सभी भक्त खड़े होकर झूमने लगे. शिव गोयल, सुरेश डिडवानियां, राहुल सोनी ने भी बाबा के दरबार में भजन सुनाया रात 12 बजे प्रभु के जन्मोत्सव पर केक काटा गया एवं बधाईयां बांटी गयी. इस दौरान सभी भक्त आनंदित दिखे. इस मौके पर अध्यक्ष रोहित झुनझुनवाला, महासचिव कपल जैन, प्रबंध न्यासी निलेश कोटरीवाल, सह प्रबंध न्यासी अशोक लोहारुका, प्रभात केजरीवाल, शिव कुमार गोयनका, पवन मेहता, पवन पचेरीवाला, मोनू जैन आदि उपस्थित थे. प्राचीन खाटू श्याम मंदिर में भजन-कीर्तन हुआ. कुपेश्वरनाथ मंदिर, दुधेश्वरनाथ महादेव मंदिर में जन्माष्टमी आयोजन हुआ.
जगन्नाथ मंदिर में मिठाई व चॉकलेट का लगा भोग
नया बाजार जगन्नाथ मंदिर, गोलाघाट ठाकुरबाड़ी, अलीगंज ठाकुरबाड़ी आदि में जन्मोत्सव मनाया गया.जगन्नाथ मंदिर में पंडित सौरभ कुमार मिश्रा के संचालन में भगवान श्रीकृष्ण को पंचामृत से स्नान कराकर शृंगार पूजन किया गया. मिठाई व चॉकलेट का भोग लगाया गया. आनंद कुमार ने भगवान कृष्ण के जन्म पर बधाई गीत प्रस्तुत किया. अपराजिता कुमारी नंद के आनंद भयो गाकर भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया. कार्यक्रम का समापन प्रसाद वितरण के साथ हुआ.बरारी पुरानी ड्योढ़ी में प्रतिमा स्थापित, आज होगा अष्टयाम संकीर्तन का शुभारंभ
जन्माष्टमी के अवसर पर बरारी के पुरानी ड्योढ़ी स्थित कन्हैया मंदिर में सोमवार को रात आठ बजे राधा-कृष्ण, बलभद्र व गरुड़ भगवान की प्रतिमा स्थापित की गयी. व्यवस्थापक गोपालदत्त ठाकुर ने बताया कि प्रतिमा स्थापना के साथ अधिवास पूजा हुई. पूजा के बाद परंपरागत तरीके से कौड़ी लुटाई गयी. इसमें मोहल्ला की महिलाएं, युवा व बच्चे शामिल हुआ. देर रात तक भजन-कीर्तन हुआ. मंगलवार को 24 घंटे के लिए अष्टयाम संकीर्तन का शुभारंभ होगा.
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