Environmental Clearance Rejection: गेरुआ नदी बालू घाट के पर्यावरणीय मंजूरी प्रस्ताव को एसईआईएए ने किया अस्वीकृत, बालू उठाव पर लगी रोक

Environmental Clearance Rejection: भागलपुर के गेरुआ नदी यूनिट नंबर-3 से बालू उठाव के लिए पर्यावरणीय मंजूरी नहीं मिली, एसईआईएए ने एसईएसी की अनुशंसा पर प्रस्ताव को अस्वीकृत कर दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 13, 2024 8:49 PM

Environmental Clearance Rejection: भागलपुर जिले के गेरुआ नदी (यूनिट नंबर-3) से बालू उठाव के लिए पर्यावरणीय मंजूरी नहीं मिली. राज्य पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण(एसइआइएए) ने बंदोबस्त धारक सवित्री देवी के पर्यावरणीय मंजूरी के प्रस्ताव को अस्वीकृत कर दिया है. एसइआइएए ने पर्यावरणीय मंजूरी के प्रस्ताव को स्वीकृत करने का निर्णय राज्य स्तरीय विशेषज्ञ मूल्यांकन समिति(एसइएसी) की अनुशंसा के आधार पर लिया है. एसइआइएए ने प्रस्ताव अस्वीकृत करने से संबंधित पत्र बंदोबस्तधाकर के नाम जारी भी कर दिया है. इसमें लिखा है कि प्रस्ताव को अस्वीकार करने का निर्णय लिया है. इसलिए अब आपका प्रस्ताव पर्यावरणीय मंजूरी के लिए अस्वीकृत माना जायेगा. दरअसल, एसइआइएए, बिहार ने पर्यावरण प्रभाव आकलन (इआइए) के अनुसार प्रस्ताव की जांच की.

Environmental Clearance Rejection: 2006 में मिली संशोधन को स्वीकृति

इआइए, 2006 के संशोधन और राज्य विशेषज्ञों की सिफारिशों को स्वीकार करने के बाद मूल्यांकन समिति ने प्रस्ताव के लिए पर्यावरण मंजूरी अस्वीकार करने का निर्णय लिया है. इधर, अब इस यूनिट के ब्लॉक 16, 17, 18, 19 व 20 यानी, पांच ब्लॉक के घाटों से बालू उठाव शुरू नहीं हो सकेगा. इंवायरनमेंट क्लीयरेंस के पेच में यह बालू घाट आठ महीने से फंसा था. बंदोबस्ती होने के बाद भी बालू का उठाव नहीं हो रहा था और अब आगे बालू उठाव का रास्ता बंद हो गया है. 09 बालू घाटों में सिर्फ चार की बंदोबस्ती, संचालित हो रहा सिर्फ एक जिले में 09 बालू घाटों का बंदोबस्ती होना है. इसमें खान व भूतत्व विभाग सिर्फ 04 बालू घाटों का ही बंदोबस्ती कर सका है. इसमें भी एक ही घाट संचालित हो राह है. बाकी तीन बालू घाटों को इंवायरनमेंट क्लीयरेंस नहीं मिल सका है. अब तो एक बालू घाट का क्लीयरेंस रिजेक्ट कर दिया गया है.

Environmental Clearance Rejection: एनवायरमेंट क्लियरेंस मिलना बाकी

वहीं, अब दो बंदोबस्त बालू घाट रह गया है, जिसको इंवायरनमेंट क्लीयरेंस मिलना बाकी है. जिस तरह से एक बालू घाट के क्लीयरेंस के प्रपोजल को रिजेक्ट कर दिया गया है, उससे बाकी के दो बालू घाटों के क्लीयरेंस मिलने पर अब संशय बना है.

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