लॉकडाउन पूर्व हजारों मोबाइल नेटवर्क थे दूसरे राज्य में, अभी शहर में
भागलपुर : लॉकडाउन के बाद करीब पांच हजार लोगों का नेटवर्क अचानक से भागलपुर में दिखने लगा. ये लोग जिले के विभिन्न प्रखंड में अपने मोबाइल के साथ अभी है. यह खुलासा मोबाइल कंपनी के सिम से हुआ है. सरकार ने निजी मोबाइल कंपनी से ग्राहकों के लोकेशन के बारे में विस्तार से जानकारी मांगी […]
भागलपुर : लॉकडाउन के बाद करीब पांच हजार लोगों का नेटवर्क अचानक से भागलपुर में दिखने लगा. ये लोग जिले के विभिन्न प्रखंड में अपने मोबाइल के साथ अभी है. यह खुलासा मोबाइल कंपनी के सिम से हुआ है. सरकार ने निजी मोबाइल कंपनी से ग्राहकों के लोकेशन के बारे में विस्तार से जानकारी मांगी थी. जो जानकारी कंपनी से मिली है वह परेशान करनेवाली है. इसके बाद सरकार के विशेष सचिव सुनील कुमार ने डीएम और एसएसपी को पत्र लिख बाहर से आये सभी लोगों के हेल्थ जांच सख्ती से कराने का निर्देश दिया है. किसी की भी जांच में लापरवाही नहीं हो यह भी कहा गया है.
106 पेज के रिपोर्ट में लगभग पांच हजार लोगों के नाम मोबाइल कंपनी ने सरकार को 106 पेज में अपने ग्राहकों की सूची सौंपी है. इसमें कहा गया है कि जो नंबर अभी भागलपुर में एक्टिव है वह लॉकडाउन से पहले दूसरे राज्य में प्रयोग हो रहा था. क्योंकि इन मोबाइल ग्राहकों को नेटवर्क दूसरे राज्य में दिखा रहा था. लॉकडाउन के बाद एक एक कर सभी का नेटवर्क भागलपुर में दिखने लगा है. हैरान करने वाली बात यह है कि ये नेटवर्क जिले के सभी प्रखंड, पंचायत, अनुमंडल में अभी एक्टिव हैं. प्राइवेट मोबाइल कंपनी ने सरकार को अपने ग्राहकों का नाम, पता, मोबाइल नंबर तक उपलब्ध कराया है.
ग्राहकों के घर, गांव का पता सिम लेने के दौरान कंपनी को दिये आधार कार्ड से हुआ है. वहीं कंपनी ने सिम जब जारी किया तो उनके पास इसका नेटवर्क का पता था. ऐसे में कंपनी ने सभी का डिटेल उपलब्ध करा दिया है. एक साथ इतने लोग कैसे हो गये शहर में एक्टिव अब सवाल यह है कि लॉकडाउन के बाद अचानक यहां इतने लोगों को मोबाइल नंबर कैसे एक्टिव हो गया है. कंपनी तकनीक के आधार पर इसका दावा कर रही है जिस पर सवाल खड़ा नहीं हो सकता है. अब सवाल यह हैं कि करीब पांच हजार लोग कैसे किस वाहन से आये और दूसरे राज्य से घर की दूरी कैसे तय किया. इन सवालों का जबाव पाने के लिए प्रयास जिला प्रशासन कर रहा है. 30 अप्रैल तक जांच कर मांगी गयी है रिपोर्ट सरकार के विशेष सचिव ने अपने पत्र में कहा है कि इन सभी की जांच करायी जाये.
इनके हेल्थ चेकअप कर यह पता लगाया जाये की क्या इनमें कोई कोरोना का लक्षण है. सभी की जांच के बाद 30 अप्रैल तक ई मेल के माध्यम से रिपोर्ट भेजी जाये. ट्रैकिंग सेल हुआ एक्टिव सरकार से नंबर मिलने के बाद अब जिले का ट्रैकिंग सेल और एक्टिव हो गया है. गृह आरक्षी विभाग से भी उपलब्ध इस नंबर की तलाश आरंभ करने का निर्देश दिया है. जिला स्वास्थ्य प्रबंधक, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, नगर निगम, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर निकाय, समेत सभी संबंधित अधिकारी को सूची भेजा गया है. सभी अपने अपने इलाके के लोगों का जांच करायेंगे. किसी का अगर कोरोना सैंपल लेना जरूरी होगा तो यह काम भी कराया जायेगा. सभी को 29 अप्रैल तक रिपोर्ट हर हाल में देने के लिए कहा गया है.