बिहार: … इस चेतावनी को हल्के में लिया तो करेंगे बड़ा धमाका, जानें जिंदा बम के साथ मिले किस पत्र ने उड़ाई जांच एजेंसियों की नींद
नाथनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर दो के तीन नंबर पटरी पर 17 फरवरी की रात हाइ इंटेनसिटी बम और पास में पड़े पर्स में आठ पन्नों का पत्र मिलने के बाद जिला, राज्य, राष्ट्रीय स्तर की जांच व अनुसंधान एजेंसियों की नींद उड़ गयी. भागलपुर जीआरपी थाने में प्रतिनियुक्त एक महिला एसआइ के लिखित आवेदन पर कांड दर्ज किया गया है. अनुसंधान का जिम्मा जीआरपी थानाध्यक्ष को दी गयी. जांच में जब कई गंभीर बिंदु सामने आने के बाद कांड के अनुसंधान का जिम्मा जमालपुर रेल डीएसपी को सौंप दिया गया.
अंकित आनंद, भगालपुर: नाथनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर दो के तीन नंबर पटरी पर 17 फरवरी की रात हाइ इंटेनसिटी बम और पास में पड़े पर्स में आठ पन्नों का पत्र मिलने के बाद जिला, राज्य, राष्ट्रीय स्तर की जांच व अनुसंधान एजेंसियों की नींद उड़ गयी. भागलपुर जीआरपी थाने में प्रतिनियुक्त एक महिला एसआइ के लिखित आवेदन पर कांड दर्ज किया गया है. अनुसंधान का जिम्मा जीआरपी थानाध्यक्ष को दी गयी. जांच में जब कई गंभीर बिंदु सामने आने के बाद कांड के अनुसंधान का जिम्मा जमालपुर रेल डीएसपी को सौंप दिया गया.
बम के पास पर्स से मिले पत्र में कई ऐसी बातें लिखी है, जिससे पुलिस की जांच किसी एक दिशा में नहीं जा पा रही है. आतंकी, नक्सली सहित राज्य के कई जिलों में हुए स्थानीय अपराध की घटनाएं और कुख्यात अपराधियों के नाम का जिक्र है. साथ ही धमकी दी गयी है कि इससे भी बड़ा धमाका किया जायेगा. पर्स में मिली रूलींग कॉपी के आठ पन्नों पर राज्य के कई जिलों में हुए अपराधिक घटनाओं से संबंधित कहानियां लिखी हैं. राज्य के विभिन्न जेलों में बंद कई कुख्यात अपराधियों को भी छुड़ाने की मांग की गयी है.
दहशतगर्द ने पत्र से धमकी दी है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जायेगा या फिर उनकी इस चेतावनी को हल्का लिया गया, तो वह भागलपुर रेल, भागलपुर जिला सहित कई अन्य जिलों में इससे भी बड़ा बम प्लांट कर धमाका करेंगे. जिन इलाकों के अपराधिक घटनाओं का जिक्र किया गया है उनमें जमुई, मुजफ्फरपुर, मुंगेर सहित कई अन्य जिलों का जिक्र है.
मामले में अबतक की जांच में पुलिस व अन्य जांच एजेंसियां आंतकी व नक्सल कनेक्शन से जोड़ कर देख रही है. पर्स में मिला नेपाली नोट भी कई संकेत दे रहा है. पर्स से बरामद तीन मोबाइल नंबर और नाथनगर थानाध्यक्ष को जिस अज्ञात मोबाइल नंबर से फोन किया गया था, उक्त सभी मोबाइल नंबरों का सीडीआर और मोबाइल लोकेशन निकालने के लिए तकनीकी शाखा को सुपुर्द किया गया है. इस कार्य में भागलपुर पुलिस का डीआइयू सेल भी रेल पुलिस का सहयोग कर रहा है.
Posted By: Thakur Shaktilochan