मुखिया प्रतिनिधि की हत्या के लिए सहरसा व खगड़िया से मंगवाये थे शूटर, दिये थे पांच लाख रुपये, 3 घंटे के भीतर 3 गिरफ्तार

मुखिया प्रतिनिधि की हत्या के लिए सहरसा व खगड़िया से मंगवाये थे शूटर, दिये थे पांच लाख रुपये, 3 घंटे के भीतर 3 गिरफ्तार

By Prabhat Khabar News Desk | June 5, 2024 11:39 PM

– पारिवारिक विवाद को लेकर हत्या करने की थी साजिश – पुलिस को मिली सफलता की जानकारी देने के लिए आयोजित की गयी प्रेस वार्ता सबौर थाना क्षेत्र के ग्लोकल अस्पताल के समीप बिहपुर स्थित हरिओ पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि व कुख्यात तातुली सिंह के भतीजे सच्चिदानंद सिंह को अपराधियों ने मंगलवार रात गोली मार दी थी. मामले में पारिवारिक विवाद में शूटरों को 5 लाख रुपये देकर हत्या कराने के लिए भाड़े पर लिये जाने की बात सामने आयी है. घटना के बाद घायल मुखिया प्रतिनिधि को मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी स्थिति पहले से बेहतर बतायी जा रही है. घटना की सूचना मिलते ही देर रात ही दो थानों की पुलिस सहित एसएसपी आनंद कुमार, सिटी एसपी राज, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर और डीएसपी सिटी 1 मौके पर पहुंचे. जांच के बाद अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया. टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए घंटे के तीन घंटे के भीतर तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर मामले का उद्भेदन कर दिया. पुलिस को मिली इस सफलता की जानकारी देने के लिए एसएसपी कार्यालय में बुधवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. प्रेस वार्ता का संबंधित करते हुए एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि पीयूष कुमार और मुखिया सच्चिदानंद सिंह के बीच कई सालों से पारिवारिक विवाद चल रहा था. इसी को लेकर पीयूष ने पांच लाख देकर शूटर को हायर किया था. अपराधी पहले से ही योजना बना कर मुखिया प्रतिनिधि के ग्लोकल अस्पताल के समीप घर के आसपास मौजूद थे. मुखिया प्रतिनिधि जब घर वापस लौट रहे थे तभी अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. पर अंधेरे की वजह से केवल एक गोली सच्चिदानंद सिंह को लगी. घटना के बाद घायल को मायागंज अस्पताल में भर्ती कराने के बाद उनके फर्द बयान के आधार पर पुलिस ने केस रजिस्टर किया और विशेष टीम का गठन कर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू की. टीम ने तीन घंटे के भीतर ही घटना में शामिल तीन अपराधियों को अवैध लोडेड हथियार और कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया गया. मामले में गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त सह साजिशकर्ता पीयूष से की गयी पूछताछ में उसने 5 लाख रुपये देकर भाड़े पर लिये गये शूटर के होने की बात कही. शूटर की पहचान खगड़िया के बेलदौर अंकित कुमार और सहरसा के कनरिया सुखासिनी निवासी सम्पत यादव के रूप में की गयी. मामले में पुलिस ने अपराधियों के पास से एक देसी कट्टा, एक पिस्टल, 14 कारतूस, एक खोखा सहित 3 मोबाइल फोन और 1 पिट्ठू बैग बरामद किया है. 100 मीटर तक पीछा करते हुए अपराधी करते रहे फायरिंग स्थानीय लोगों के अनुसार मंगलवार रात जिस वक्त घटना को अंजाम दिया गया उस वक्त इलाके में कई लोग मौजूद थे. उन्होंने देखा कि अपराधियों द्वारा पहली गोली चलाये जाने के बाद मुखिया प्रतिनिधि सचेत हो गये और भागने लगे. इस दौरान अपराधियों ने करीब 100 मीटर तक उनका पीछा किया और उनपर फायरिंग करते रहे. एक गोली सच्चितानंद सिंह को लगी. घटना के बाद एफएसएल टीम ने भी मौके पर पहुंच कर जांच की. गिरफ्तारी टीम में ये पदाधिकारी व पुलिसकर्मी थे शामिल मुखिया प्रतिनिधि पर की गयी फायरिंग मामले में एसएसपी आनंद कुमार के निर्देश पर सिटी एसपी राज की निगरानी में डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर चंद्रभूषण व सिटी डीएसपी 1 अजय कुमार चौधरी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था. सबौर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर विवेक कुमार जासवाल, औद्योगिक प्रक्षेत्र थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर मुरलीधर साह, डीआइयू के इंस्पेक्टर धनंजय कुमार और एसआइ प्रभात कुमार सहित सबौर थाना के एसआइ बिट्टू कुमार कमल, एसआइ धर्मेंद्र कुमार, एसआइ राजेश कुमार, एसआइ निशांत कुमार, एसआइ सतीश कुमार, डीआइयू के बच्चन राम, अभिमन्यु कुमार सिंह और सबौर और औद्योगिक प्रक्षेत्र थाना के सशस्त्र बल शामिल थे.

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