TMBU Bhagalpur : लाइट कटने से कामकाज ठप, बिजली कंपनी पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में बिजली संकट शनिवार को भी बरकरार रहा. बिजली कंपनी ने बीते 22 मार्च की शाम को विश्वविद्यालय पर 12 करोड़ रुपये बकाया बिजली बिल को लेकर कनेक्शन काट दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | March 30, 2024 8:24 PM

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में बिजली संकट शनिवार को भी बरकरार रहा. बिजली कंपनी ने बीते 22 मार्च की शाम को विश्वविद्यालय पर 12 करोड़ रुपये बकाया बिजली बिल को लेकर कनेक्शन काट दिया. बकाया भुगतान नहीं होने के कारण सीनेट की बैठक व होली की आठ दिनों की छुट्टी के बाद शनिवार को विश्वविद्यालय खोला गया, लेकिन विवि के प्रशासनिक भवन, सभी पीजी विभागों, पीजी हॉस्टलों, प्रतिकुलपति व कुलसचिव आवास, सेंट्रल लाइब्रेरी समेत अन्य संस्थानों की बिजली गुल रही. प्रशासनिक भवन में अधिकांश कमरों में अंधेरा छाया रहा. छात्रों को मोबाइल के लाइट से कमरों में चिपके नोटिफिकेशन को पढ़ते देखा गया. वहीं, कुलपति कार्यालय के गैलरी में अंधेरा छाया रहा. महज आधे घंटे के लिए जेनरेटर चलाया गया. कमरों में लगे इनवर्टर की बैट्री भी डिस्चार्ज हो गयी. कार्यालयों के कंप्यूटर बंद रहने से कामकाज पूरी तरह से ठप रहा. सर्टिफिकेट बनाने, रिजल्ट सुधार कराने समेत अन्य जरूरी काम के लिए आये छात्रों का काम मैनुअल किया गया. पंखे बंद रहने से कर्मी व छात्र गर्मी से परेशान रहे. बोरिंग नहीं चलने से पानी की टंकियां खाली हो गयी. कार्यालयों में पानी का जार खरीदकर लगाना पड़ा. इस स्थिति से परेशान होकर विवि प्रशासन अब बिजली कंपनी पर कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है. टीएमबीयू के कुलपति प्रो जवाहर लाल के अनुसार कुलसचिव को बिजली कंपनी पर केस दर्ज कराने का निर्देश दिया है. कुलपति के अनुसार टीएनबी कॉलेज के सामने विवि के बड़े भूखंड में 1975 से संचालित पावर सब स्टेशन का 15 करोड़ रुपये किराया बिजली कंपनी को देना है. 49 साल से बिजली कंपनी विश्वविद्यालय की जमीन पर कब्जा किये हुए है. कंपनी ने एक रुपये किराया नहीं दिया है. इधर, कुलसचिव डॉ विकास चंद्रा ने कहा कि बिजली विभाग पर केस दर्ज कराने के लिए स्टेट विभाग से संबंधित कागजात की मांग की है. कागजात उपलब्ध होते ही आगे की कार्रवाई शुरू होगी.

पानी के लिए परेशान रहे छात्र, कर्मचारी व शिक्षक

विश्वविद्यालय परिसर में बिजली गुल रहने से जलसंकट गहरा गया है. पीजी विभागों, हॉस्टलों व कार्यालयों में पानी का जार खरीदकर लोग अपनी प्यास बुझा रहे हैं. टंकी का पानी खत्म होने के कारण बाथरूम की स्थिति बहुत खराब हो गयी है. भुस्टा के अध्यक्ष प्रो जगधर मंडल ने कहा कि बिना पानी के हाथ धोने भी आफत है. विवि में अराजकता का माहौल है. विवि की जमीन पर बिजली उपकेंद्र चल रहा है. एग्रीमेंट के तहत बिजली कंपनी को जमीन के किराया के बदले बिजली आपूर्ति करनी है. बिजली कंपनी कहती है कि एग्रीमेंट की कॉपी मेरे पास नहीं है. टीएमबीयू के कर्मचारी संघ के सचिव सह सीनेट सदस्य रंजीत कुमार ने बताया कि शनिवार को सर्टिफिकेट बांटने के लिए विश्वविद्यालय में आधा घंटे तक जेनरेटर चलाया गया. हॉस्टल में छात्र व कर्मी रात में गर्मी व मच्छर से परेशान हैं. इधर, एबीवीपी के प्रदेश सह मंत्री हैप्पी आनंद ने कहा कि विश्वविद्यालय के पास करोड़ों रुपये का फंड है, बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है. बिजली नहीं रहने के कारण पढ़ाई ठीक तरह से नहीं हो पा रही है. विश्वविद्यालय जल्द से जल्द समस्या दूर नहीं करेगी, तो आंदोलन होगा. हिंदी विभाग के प्राध्यापक दिव्यानंद ने बताया कि एक अप्रैल से पीजी डिप्लोमा की परीक्षा होगी. प्रिंटर बंद रहने से प्रश्न तैयार नहीं हो पा रहे हैं.

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