विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने लोकपाल की नियुक्ति नहीं किये जाने पर टीएमबीयू सहित देश के 43 विश्वविद्यालयों को डिफॉल्टर घोषित किया है. यूजीसी के सचिव प्रो मनीष आर जोशी ने विश्वविद्यालयों की सूची जारी की है. स्टेट विवि की सूची में टीएमबीयू का नाम भी शामिल है. दरअसल, यूजीसी ने नये नियम के अनुसार विश्वविद्यालय में छात्रों से जुड़ी गंभीर समस्या के समाधान के लिए लोकपाल नियुक्त करने के लिए कहा था. ताकि छात्रों की समस्याओं का निष्पादन हो सके. यूजीसी के इस निर्देश का पालन टीएमबीयू सहित अन्य विवि में नहीं हो सका है. —————— छात्र शिकायत कोषांग में मामला नहीं सुलझने पर लोकपाल देखेंगे विवि के एक अधिकारी ने बताया कि यूजीसी के निर्देश से विवि में छात्र शिकायत निवारण कोषांग में जिन मामलों का निपटारा नहीं हो पायेगा. ऐसे मामलों को विवि के लोकपाल के समक्ष रखा जायेगा. ताकि छात्रों से जुड़े मामले का निष्पादन लोकपाल के स्तर से किया जा सके. ———————— लोकपाल बनने पर उठने लगे थे सवाल विवि सूत्रों के अनुसार कुछ माह पहले लोकपाल के रूप में प्रो योगेंद्र को नियुक्त किया गया था. इसे लेकर विवि से अधिसूचना तक जारी कर दी गयी थी. साथ ही लोकपाल के बैठने के लिए जनरल शाखा में एक कमरा तैयार किया गया था. लेकिन लोकपाल की नियुक्ति को लेकर विवि में सवाल उठने लगा था. इस बाबत विवि ने लोकपाल की नियुक्ति की अधिसूचना को वापस ले लिया था. ——————– बोले कुलपति – विवि में जल्द ही लोकपाल होंगे नियुक्त : वीसी विवि के कुलपति प्रो जवाहर लाल ने कहा कि जल्द ही लोकपाल की नियुक्ति कर दी जायेगी. इस दिशा में प्रक्रिया पूरी की जा रही है. उन्होंने कहा कि एक दिन पहले शुक्रवार को मामले में अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की थी. इसमें लोकपाल की नियुक्ति को लेकर निर्णय लिया गया है. तीन नाम को शॉर्टलिस्टेड किया गया है. लोकपाल की नियुक्ति के बाद राजभवन व यूजीसी को इसकी जानकारी भेज दी जायेगी.
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