टीएमबीयू एमडब्लूजेसी में पीछे, कई मामले कोर्ट में लंबित
टीएमबीयू एमडब्लूजेसी मामले में पीछे चल रहा है. हाईकोर्ट में अब भी 94 मामले लंबित है. विवि में आठ साल को लेखा-जोखा देखा जाये, तो कुल 138 एमडब्लूजेसी मामले कोर्ट में दायर हुआ.
टीएमबीयू एमडब्लूजेसी मामले में पीछे चल रहा है. हाईकोर्ट में अब भी 94 मामले लंबित है. विवि में आठ साल को लेखा-जोखा देखा जाये, तो कुल 138 एमडब्लूजेसी मामले कोर्ट में दायर हुआ. विवि में अबतक 44 मामलों का ही निष्पादन कर पाया है. अब भी कोर्ट में एमडब्लूजेसी मामले चल रहे हैं. बताया जा रहा है कि 94 मामलों में 20 मामले में पत्र दायर किया गया है. शेष 74 मामले सेवा से संबंधित, प्रमोशन, एरियर, प्रमोशन के डेट फिक्सिंग से जुड़ा है, जो लंबित है. बताया जा रहा है कि चार मामले डबल बेंच में है. —————— पूर्व से लेकर अबतक के मामले है कोर्ट – विवि सूत्राें के अनुसार पूर्व के कुलपतियों के कार्यकाल में एमडब्लूजेसी से जुड़े कई मामले हाइकोर्ट में लंबित है. वर्तमान में भी कुछ मामले कोर्ट में दायर किये गये हैं. बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा वर्ष 2019 व 2018 में हाईकोर्ट में दायर किया गया है. उस समय पेंशन व एरियर का भुगतान ससमय नहीं किया जा रहा था. इसके बाद वर्ष 2023 में भी 15 मामले कोर्ट में दायर हुए. —————————————– बोलें कुलपति – एमडब्लूजेसी व सीडब्लूजेसी के मामलों का तेजी से निष्पादन करने दिया है निर्देश – विवि के कुलपति प्रो जवाहर लाल ने कहा कि एमडब्लूजेसी व सीडब्लूजेसी के मामलों का तेजी से निष्पादन करने निर्देश लीगल शाखा को दिया गया है. इसके लिए जून में योजना बनाकर लंबित मामलों को योजनाबद्ध तरीके से उन मामलों में काम किया जाये. ताकि ससमय मामले का निष्पादन किया जा सके. उन्होंने कहा कि कोर्ट केस मामले में किसी हालत में भी कोताही नहीं बरतने के लिए कहा गया है. वीसी ने कहा कि न्यायिक मामलों के निष्पादन विशेषकर अवमाननावाद से जुड़े केसों का त्वरित गति से निष्पादन करने का भी निर्देश दिया गया है. ————————————————– विवि में एमडब्लूजेसी मामले एक नजर में – 2017 – 13 मामले 2018 – 28 मामले 2019 – 58 मामले 2020 – 12 मामले 2021 – 10 मामले 2022 – पांच मामले 2023 – 15 मामले 2024 – तीन मामले
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