टीएमबीयू स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर के बनाने की कवायद, 400 मीटर का सिंथेटिक ट्रैक बनेगा
खिलाड़ियों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार करने के लिए टीएमबीयू पहल करेगा. इसको ध्यान में रखकर विवि स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर का भी बनाया जायेगा.
टीएमबीयू के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जायेगा. साथ ही विवि स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर का भी बनाया जायेगा. इसे लेकर विवि स्तर से कवायद शुरू कर दी गयी है. दरअसल, विवि स्टेडियम के खेल मैदान में 400 मीटर सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण कराया जायेगा. भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना खेलो इंडिया के तहत इसे तैयार कराया जायेगा. विवि प्रशासन ने जिला प्रशासन को सिंथेटिक ट्रैक निर्माण कराने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) सशर्त दे दिया है. सब कुछ ठीक रहा, तो इसी साल से योजना पर काम शुरू हो जायेगा. बताया जा रहा है कि बिहार सरकार के प्रधान सचिव ने जिलाधिकारी को खेलो इंडिया के तहत 400 मीटर सिंथेटिक ट्रैक निर्माण कराने के लिए पत्र भेजा था. उधर, जिला प्रशासन ने टीएमबीयू प्रशासन को पत्र लिख कर विवि स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक निर्माण कराने को लेकर प्रस्ताव भेजा था.
विश्वविद्यालय का होगा स्वामित्व
एनओसी के तहत दिये गये शर्त में विवि स्टेडियम के खेल मैदान एवं अन्य उपकरणों का स्वामित्व विवि प्रशासन का होगा. विवि टीम के प्रशिक्षण व खेल आदि के आयोजन के लिए इसका उपयोग कर सकती है. जिला प्रशासन व राज्य सरकार द्वारा आयोजित खेलों को कराने की अनुमति विवि प्रशासन से प्राप्त करना होगा. ताकि खेलों का आयोजन अलग-अलग तिथि में किया जा सके.
यह बिहार का दूसरा सिंथेटिक ट्रैक होगा
बताया जा रहा है कि खेलो इंडिया के तहत टीएमबीयू में निर्माण कराया जाता है, तो बिहार का दूसरा सिंथेटिक ट्रैक होगा. इससे यहां के एथलीट को काफी लाभ मिलेगा. सूत्रों के अनुसार खेलो इंडिया के तहत करीब 20 करोड़ की लागत से इसे तैयार कराया जायेगा. अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप इसे बनाया जायेगा. खिलाड़ियों के लिए खेल संबंधित सारी सुविधा मुहैया करायी जायेगी. विवि के प्रतिभावान खिलाड़ी को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा. देश व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यहां के खिलाड़ी नाम कर सकेंगे. इससे टीएमबीयू का नाम देश व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम होगा.
भागलपुर के खिलाड़ियों के लिए यह वरदान होगा: संघ
जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव नसर आलम ने कहा कि सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण कराना यहां के खिलाड़ियों के लिए वरदान होगा. जिला में ग्रासी मैदान होने के कारण खिलाड़ियों को बड़े प्रतियोगिता में काफी परेशानी होती है. अब सिंथेटिक ट्रैक हो जाने से यहां के खिलाड़ी उसी पर अभ्यास करेंगे. इससे यहां के खिलाड़ी और बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि स्टेट स्तर के हो या नेशनल स्तर की प्रतियोगिता सभी जगह सिंथेटिक ट्रैक पर ही खेल होता है. इसका अभ्यास नहीं होने से यहां के खिलाड़ी अच्छा नहीं कर पाते थे. खिलाड़ियों के लिए विवि प्रशासन का यह सराहनीय कदम है.