TMBU: शादी हुई और मां भी बन गई, लेकिन छात्रा को अब तक नहीं मिला बीएड का रिजल्ट

TMBU के बीएड सत्र 2020-2022 फाइनल ईयर के रिजल्ट के लिए एक छात्रा तब से विश्वविद्यालय का चक्कर लगा रही है, जब उसकी शादी भी नहीं हुई थी और अब वह एक बेटे की मां बन गई है, लेकिन उसे अभी तक रिजल्ट नहीं मिला है. सोमवार को छात्रा स्वेच्छा कुमारी अपने पति और बेटे के साथ रिजल्ट लेने आई थी, लेकिन उसे खाली हाथ लौटना पड़ा.

By Anand Shekhar | December 2, 2024 8:57 PM

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (TMBU) में परीक्षा देने के बाद छात्राओं को अनुपस्थित किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इसमें चौंकाने वाला मामला सामने आया है. बीएड कोर्स की एक छात्रा जब से शादी नहीं हुई थी, तब से वह रिजल्ट लेने विश्वविद्यालय आ रही है. अब उसकी शादी हो चुकी है और वह एक बेटे की मां भी बन चुकी है, लेकिन विश्वविद्यालय की ओर से अभी तक रिजल्ट नहीं मिला है. वह पिछले दो साल से विश्वविद्यालय का चक्कर लगा रही है. लेकिन विश्वविद्यालय उसकी एक नहीं सुन रहा है.

दरअसल, स्वेच्छा कुमारी बीएड सत्र 2020-2022 की न्यू होराइजन कॉलेज ऑफ एजुकेशन की छात्रा है. अंतिम वर्ष की परीक्षा के लिए एसएम कॉलेज में केंद्र बनाया गया था. लेकिन पेपर नंबर-11 में परीक्षा देने के बाद उसे अनुपस्थित कर दिया गया और रिजल्ट पेंडिंग कर दिया गया. छात्रा का घर तारापुर है. छात्रा ने 14 दिसंबर 2022 को विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग में लिखित शिकायत की थी.

दो साल से विवि में दर्जनों बार आ चुके हैं, कोई सुन नहीं रहा

छात्रा स्वेच्छा कुमारी ने बताया कि सोमवार को वे पेंडिंग रिजल्ट को सही कराने के लिए विश्वविद्यालय आयी थीं. इससे पहले भी वे दो साल की अवधि में दर्जनों बार विश्वविद्यालय का चक्कर लगा चुकी हैं, लेकिन विश्वविद्यालय के अधिकारी सुन नहीं रहे हैं. बीएड फाइनल ईयर का रिजल्ट वर्ष 2022 में ही आया था. उस समय उनकी शादी भी नहीं हुई थी, लेकिन उन्हें परीक्षा में अनुपस्थित दिखाकर रिजल्ट पेंडिंग कर दिया गया. तब से वे विश्वविद्यालय का चक्कर लगा रही हैं. सोमवार को वे मामले को लेकर अपने पति और बेटे के साथ विश्वविद्यालय आयीं, लेकिन कुछ छात्रों ने विश्वविद्यालय बंद करवा दिया. उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है.

ट्यूशन कर बीएड की पढ़ाई की थी

छात्रा स्वेच्छा कुमारी ने बताया कि बीएड की पढ़ाई करने के लिए काफी जद्दोजहद करना पड़ा. घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण ट्यूशन किया. इससे मिलने वाले पैसे को जमा किया. उसी पैसे से बीएड की पढ़ाई पूरी की.

छात्रा की समस्या सुनी गयी है. परीक्षा विभाग के कर्मचारी को बुलाकर मामले से अवगत करा दिया गया है. विभाग के कर्मचारी से कहा गया कि बुधवार को छात्रा के मामला का अविलंब निष्पादन करे.

डॉ अर्चना कुमारी साह, प्रॉक्टर

ऐसे मामलों का तुंरत निष्पादन किया जायेगा. इस बारे में परीक्षा विभाग से जानकारी ली जायेगी. ऐसे और भी मामले होने पर उसे दूर किया जायेगा.

डॉ रामाशीष पूर्वे, रजिस्ट्रार

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