टीएमबीयू का वेबसाइट दस माह से बंद है. छात्रों को शैक्षणिक जानकारी नहीं मिल रही है्, दूसरी तरफ डीजी लॉकर का भी मामला फंस गया है. दरअसल, मंगलवार को उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी ने डीजी लॉकर को लेकर टीएमबीयू अधिकारियों के साथ ऑनलाइन मीटिंग की. विवि में डीजी लॉकर को लेकर अद्यतन स्थिति की जानकारी ली. बताया जा रहा है कि विवि में डीजी लॉकर को लेकर तैयारी की रफ्तार काफी धीमी गति से हो रहा है. विवि के एक अधिकारी ने कहा कि विवि के वेबसाइट बंद रहने से दूसरे राज्य के छात्रों को टीएमबीयू से जुड़े शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी नहीं मिल पा रही है. ऐसे में पीएचडी टेस्ट परीक्षा (पैट) के लिए तिथि भी घोषित नहीं किया जा सका है. जबकि अन्य दूसरे विवि में पैट की परीक्षा आयोजित हो चुका है. ———— क्या है डीजी लॉकर – विवि के अधिकारी ने कहा कि छात्रों का अंकपत्र, मूल प्रमाण पत्र सहित अन्य शैक्षणिक दस्तावेजों को ऑनलाइन के माध्यम से डीजी लाॅकर में रख सकते हैं. छात्र कहीं भी रहे अपने डीजी लॉकर के माध्यम से अंकपत्र व मूल प्रमाण पत्र को अन्य शैक्षणिक संस्थानों व नौकरी के समय ऑनलाइन देख सकते है और भेज सकते हैं. डीजी लॉकर में छात्रों का शैक्षणिक दस्तावेज सुरक्षित रहता है. डीजी लॉकर को खोलने के लिए छात्रों को अपने पासवर्ड इस्तेमाल करना होता है. ——————————– कोट — डीजी लॉकर के लिए वेबसाइट का संचालन होना जरूरी है. वेबसाइट बंद रहने से डीजी लॉकर शुरू करने में परेशानी आ सकती है. डॉ आनंद कुमार झा, परीक्षा नियंत्रक —————————— डीजी लॉकर के लिए वेबसाइट की जरूरत नहीं पड़ती है. सरकार से डीजी लॉकर को लेकर 20 जुलाई तक का समय मांगा गया है डॉ विकास चंद्र, रजिस्ट्रार
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