भागलपुर: बिहार-झारखंड सीमा पर ओवरलोड वाहनों को रोके जाने से शनिवार को ट्रक चालकों का आक्रोश फूट पड़ा. चालकों ने सड़क पर टायर जला कर विरोध प्रदर्शन किया. ट्रक चालकों का कहना था कि वे लोग चेक पोस्ट के पीछे झारखंड क्षेत्र में तीन-चार दिनों से फंसे हुए हैं. उनके पास न तो खाने के लिए पैसे बचे हैं और न ही फाइन देने के लिए. वे लोग ओवरलोड गिट्टी भी ट्रक से उतरवाने को तैयार हैं. झारखंड क्षेत्र में वाहनों की लंबी कतार लग जाने के कारण बैक करने की जगह भी नहीं है. ऐसे में हम क्या करें, समझ में नहीं आ रहा. हम लोगों ने अपने मालिकों को भी सूचना दी है, ट्रेन परिचालन बंद रहने से समस्या उत्पन्न हो गयी है.
शुक्रवार को साहिबगंज के डिहारी गांव तक शहीद कुंदन कुमार ओझा का पार्थिव शरीर ले जाने के लिए प्रशासन द्वारा पीरपैंती से डिहारी गांव तक सड़क से गिट्टी लदे ट्रकों को हटवाया गया था. शव को ले जा रहे काफिले के गुजरने के बाद तीन दिनों से खड़े ओवरलोड ट्रकों के ड्राइवरों ने बिहार में प्रवेश करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
दंडाधिकारी मो वसीमुद्दीन ने बताया कि एसडीओ के आदेशानुसार शाम पांच बजे रात 10 बजे तक ही लोड ट्रकों को बिहार में प्रवेश करने दिया जायेगा. फाइन देने में असमर्थ ड्राइवरों को ट्रक खड़ा करने की कोई जगह नहीं होने के कारण जाम की समस्या भी हो जाती है, जिसका एकमात्र समाधान है कि लोग अंडरलोड गिट्टी लेकर चलें.ट्रक ऑनरों के सुझाव : ट्रक ऑनरों का कहना है कि वे लोग नहीं चाहते हैं कि ओवरलोड ट्रक चले. प्रशासन को ओवरलोडिंग पर पूर्णतः रोक लगाने के लिए वाहनों को खड़ा करने के लिए पर्याप्त जगह व एनएच 80 पर चेक पोस्ट के बगल में कांटा बनवाना होगा, तभी व्यवस्था में सुधार संभव है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya