पटना के दानापुर से चार दिन पहले भाग कर भागलपुर पहुंचे दो किशोरों को कोतवाली पुलिस ने सोमवार को भटकता हुआ पाया था. उन्हें कोतवाली थाना लाकर पुलिस पदाधिकारियों ने जब पूछताछ शुरू की तो दोनों ने अपना नाम और परिवार की जानकारी दी. इसके बाद कोतवाली पुलिस ने पटना पुलिस से संपर्क कर दोनों किशोरों द्वारा दी गयी जानकारी का सत्यापन किया. इसके बाद पटना पुलिस के ही माध्यम से परिजनों को जानकारी देकर अपने बच्चों को लेने के लिए भागलपुर स्थित कोतवाली थाना आने को कहा. किशोरों ने बताया कि दोनों आपस में चचेरे भाई हैं. वे लोग अपने पिता की डांट से परेशान रहते थे. इसलिए वे लोग अपने घर से भाग गये थे. किशोरों को थाना लाने के बाद जब पुलिस ने उनके परिजनों से संपर्क करने का प्रयास किया तो दोनों ने ही घर नहीं लौटने की बात कही. सोमवार को स्टेशन चौक पर मौजूद कोतवाली थाना के पदाधिकारी ने दोनों बच्चों को भटकता हुआ पाया था. उनसे पूछताछ करने पर उन्होंने सारी जानकारी दी. दोनों किशोरों ने स्टेशन चौक स्थित एक दुकानदार का भी नाम बताया, जिसने एक रात के लिए दोनों किशोरों को रहने की जगह दी थी. उक्त दुकानदार को भी बुलाकर पूछताछ की गयी. किशोरों ने बताया कि ट्रेन पकड़ कर पटना से भागलपुर आने के क्रम में उनका मोबाइल और बैग भी चोरी हो गया था. इस वजह से वे लोग किसी से भी संपर्क नहीं कर पा रहे थे. पकड़े गये किशोरों में से एक ने बताया कि चार दिन पहले पिता ने उन दोनों को बुरी तरह पिटाई कर दी थी. आये दिन उनके पिता उसकी पिटाई करते हैं. इस बात को लेकर उन लोगों ने मनेर स्थित अपने ननिहाल भी जाने की बात कही थी. इस पर उनके पिता नहीं माने. इसके बाद वे लोग अपना घर छोड़ फरार हो गये थे.
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