दो हजार रेपिड किट हुआ उपलब्ध, अब कोरोना जांच रिपोर्ट बस आधे घंटे में
भागलपुर : जिले के लोगों को अब कोरोना जांच रिपोर्ट के लिए दो दिनों का इंतजार नहीं करना होगा. बिहार सरकार ने कोरोना जांच के लिए रैपिड एंटीजन किट उपलब्ध करा दिया है. जेएलएनएमसीएच और सदर अस्पताल को एक एक हजार किट उपलब्ध हो चुका है. लैब टेक्निशियन को प्रशिक्षण देने के बाद किट का प्रयोग शुरू होगा. दक्षिण कोरिया की एक कंपनी जिसका ब्रांच भारत के गुरुग्राम के समीप है, वहीं इस किट को तैयार किया गया है.
भागलपुर : जिले के लोगों को अब कोरोना जांच रिपोर्ट के लिए दो दिनों का इंतजार नहीं करना होगा. बिहार सरकार ने कोरोना जांच के लिए रैपिड एंटीजन किट उपलब्ध करा दिया है. जेएलएनएमसीएच और सदर अस्पताल को एक एक हजार किट उपलब्ध हो चुका है. लैब टेक्निशियन को प्रशिक्षण देने के बाद किट का प्रयोग शुरू होगा. दक्षिण कोरिया की एक कंपनी जिसका ब्रांच भारत के गुरुग्राम के समीप है, वहीं इस किट को तैयार किया गया है.
पटना पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं
पटना से आयी इस किट से यहां के लोगों को राहत मिलने वाली है. कोरोना जांच के लिए सैंपल देने के बाद कम से कम दो दिन का इंतजार मरीजों को करना होता था. अब 30 मिनट के अंदर जांच रिपोर्ट लोगों को उपलब्ध हो जायेगी. प्रेंग्निसी जांच के लिए जैसे किट का प्रयोग होता है, उसी तरह रैपिड एंटीजन किट भी काम करेगा. किट में संदिग्ध का स्वैब डाला जायेगा. जिसके बाद एक प्रक्रिया आरंभ होगी. जिसे पूरा होने में कम से कम 15 से 20 मिनट का समय लगेगा.
पॉजिटिव केस को करेगा कंफर्म
इस किट की खासियत यह है कि यह पॉजिटिव कोरोना केस को कंफर्म करेगा. यानी किसी व्यक्ति का सैंपल की जांच इस किट से की जाती है और रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो इस पर कोई संदेह नहीं किया जा सकता. वहीं, अगर इस किट की जांच रिपोर्ट में कोई मरीज निगेटिव आता है, तो उसकी जांच ट्रू नेट और सीबीनेट मशीन से की जायेगी. जिससे पता निगेटिव के बारे में पता चल सके कि कहीं मरीज पॉजिटिव तो नहीं है.
मोबाइल वैन से भी घूम कर की जा सकेगी जांच
पोर्टेबल होने की वजह से अगर स्वास्थ्य विभाग इसे मोबाइल वैन में रख कर किसी भी इलाके में जांच करना चाहे, तो आसानी से कर सकता है. एक किट इतना हल्का है कि आसानी से बैग में लेकर कहीं भी जा सकते हैं. वहीं, इस किट के लिए किसी भी मशीन की जरूरत नहीं होती है.
जांच रिपोर्ट को अधिकारी करेंगे अपलोड
रैपिड एंटीजन किट से हुई जांच के बाद अगर कोई पॉजिटिव आता है, तो उसे उसी दिन बेव पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश प्रधान सचिव ने दिया है. इस कार्य की मॉनिटरिंग सिविल सर्जन और अधीक्षक की ओर से की जायेगी. जिससे आंकड़ा जो कोविड 19 के पॉजिटिव मरीज का है सही जानकारी मुख्यालय को भी रहे. किट का कैसे प्रयोग करना है, इसके लिए लैब टेक्निशियन को इसका प्रशिक्षण दिया जायेगा. मंगलवार या बुधवार को इस किट से जांच आरंभ हो जाये.