भागलपुर में 2100 वर्गमीटर में बनेगा विक्रमशिला सेतु म्यूजियम, जमीन की तलाश शुरू
समानांतर पुल के एप्रोच रोड के समीप विक्रमशिला सेतु म्यूजियम बनेगा.
-सबौर सीओ से जमीन उपलब्ध कराने के लिए जारी किया गया है पत्र
-जिलाधिकारी की ओर समय-समय पर की जा रही है परियोजना की मॉनीटरिंगब्रजेश, भागलपुरसमानांतर पुल के एप्रोच रोड के समीप विक्रमशिला सेतु म्यूजियम बनेगा. इसका अपना एक भव्य भवन होगा. यह 2100 वर्गमीटर के बड़े भूभाग में बनाया जायेगा. भू-अर्जन विभाग ने यह जिम्मेदारी सबौर के अंचलाधिकारी को सौंपी है. पत्र लिखकर कहा है कि सरकारी भूमि अगर नहीं है, तो इस आशय का प्रमाणपत्र उपलब्ध कराया जाये. जमीन उपलब्ध होने पर इसे चिह्नित कर प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया है. उन्हें इस बात से भी अवगत कराया गया है कि इस परियोजना की मॉनीटरिंग जिलाधिकारी द्वारा समय-समय पर की जा रही है. इससे पहले सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, नयी दिल्ली (मॉर्थ) ने जिला प्रशासन से जमीन की मांग की थी. मॉर्थ का बिहार में यह पहला मेगा प्रोजेक्ट होगा, जहां म्यूजियम का निर्माण कराया जायेगा. म्यूजियम में प्रशासनिक कार्यालय के अलावा विशाल पार्किंग और अन्य सुविधा भी मिलेगी. यहां यात्री अल्प विश्राम भी कर सकेंगे और कैफेटेरिया से नाश्ता-भोजन आदि कर सकेंगे. इधर, मोर्थ की ओर से मांगी गयी जमीन पर इसकी तलाश शुरू हो गयी है.
समानांतर पुल बनाने वाली एजेंसी ही बनायेगी म्यूजियम
समानांतर पुल बनानेवाली एजेंसी द्वारा ही म्यूजियम और प्रशासनिक भवन बनाने की बात सामने आयी है. साथ ही यह भी लगभग तय है कि म्यूजियम और प्रशासनिक भवन के निर्माण का सारा खर्च समानांतर पुल बनानेवाली ठेका एजेंसी वहन करेगी. यह इपीसी कांट्रेक्ट में पहले से निहित है. म्यूजियम में समानांतर पुल निर्माण को लेकर तकनीकी जानकारी डॉक्यूमेंट्री मोड पर थ्री-डी मॉडल में रहेगा. पुल के मेंटेनेंस का जिम्मा 10 साल तक ठेका एजेंसी के पास ही रहेगा. इसलिए पेंटिंग आदि का मेंटेनेंस वही देखेगी.म्यूजियम के गैलरी हॉल में भागलपुर के धरोहरों की रहेगी थ्री-डी पेंटिंग
म्यूजियम के गैलरी हॉल में भागलपुर के धरोहरों की थ्री-डी पेंटिंग रहेगी. जो राहगीरों को भागलपुर की विशेषता का बोध करायेगी. पुल के नीचे से क्रूज और कार्गो गुजरेगा. इसके बारे में भी म्यूजियम में जानकारी दी जायेगी. मोर्थ को जमीन उपलब्धता को लेकर रिपोर्ट दी गयी थी, जिसमें जाह्णवी चौक के आसपास इस परियोजना को लेकर 80 फीसदी जमीन उपलब्ध रहने की बात कही गयी थी. इस कारण मॉर्थ ने भागलपुर में जीरोमाइल से लेकर नवगछिया साइड के जाह्नवी चौक के समीप जमीन की मांग की गयी है.जानें, म्यूजियम का कैसा होगा स्ट्रक्चरफैसिलिटी एरिया वर्गमीटर में
गैलरी हॉल 300लाइब्रेरी हॉल 300कॉमन एंट्रेंस हॉल 300प्रशासनिक भवन 314स्टोरेज रूम 40रिसेप्शन 140सिक्यूरिटी रूम 28कैफेटेरिया 300पब्लिक टॉयलेट 210स्टाफ टॉयलेट 98स्टाफ आवास 70कोट
म्यूजियम की जमीन के लिए सबौर, जगदीशपुर और खरीक के सीओ से रिपोर्ट मांगी गयी है. सबौर सीओ से फिर कहा गया है. इन अंचलाधिकारियों से विक्रमशिला सेतु के एप्रोच रोड क्षेत्र में उपलब्ध सरकारी जमीन की मांग की गयी है. जमीन की उपलब्धता की रिपोर्ट आयेगी, तो इसको आगे भेज दिया जायेगा. परियोजना के लिए जमीन कम पड़ेगी, तो निजी लोगों की जमीन भी अधिग्रहीत की जा सकती है.राकेश कुमार, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, भागलपुर
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