कोसी-सीमांचल से अब बटेश्वर स्थान और बैद्यनाथ धाम जाना होगा आसान, भागलपुर में गंगा पर बनेगा रेल पुल
बिहार में एक और रेल पुल को मंजूरी मिली है. अब कोसी सीमांचल के लोगा आसानी से एकसाथ दो तीर्थ कर सकेंगे. विक्रमशिला-कटरिया रेल पुल के बारे में जानिए...
भागलपुर में पहला और बिहार में गंगा पर 5वां रेल पुल बनेगा. भागलपुर के कहलगांव में गंगा पर प्रस्तावित विक्रमशिला-कटरिया रेल पुल प्रोजेक्ट को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिल गयी है. 2549 करोड़ की लागत से ये पुल तैयार होगा. 26.2 किलोमीटर की इस नयी रेल लाइन का एक छोर कहलगांव के विक्रमशिला तो दूसरा छोर नवगछिया के कटरिया स्टेशन से जुड़ेगा. इस पुल के बन जाने के बाद उत्तरी और दक्षिणी बिहार के बीच रेल यातायात और मजबूत हो जाएगी. वहीं धार्मिक नजरिए से देखा जाए तो दो प्रमुख धार्मिक स्थल तक पहुंचने में लोगों को काफी सहूलियत होगी. कोसी-सीमांचल के लोग भी आसानी से देवघर में बाबा बैद्यनाथधाम और कहलगांव गंगा तट पर बाबा बटेश्वर स्थान पहुंच सकेंगे.
विक्रमशिला- कटरिया रेल लाइन को मिली मंजूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विक्रमशिला-कटरिया रेल पुल को मंजूरी दी. विक्रमशिला-कटरिया रेल प्रोजेक्ट से बिहार-झारखंड आना-जाना आसान होगा. यह रेल लाइन भागलपुर में बटेश्वर स्थान से गंगा नदी के दूसरी तरफ नवगछिया के कटरिया तक बनेगी. इससे गंगा के दोनों छोर रेलमार्ग से जुड़ जाएंगे. बिहार के सीमांचल के जिले पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज तक के लोगों का इस रेललाइन के चालू होने से सफर आसान होगा. ओडिशा, झारखंड और बंगाल का सफर भी आसान हो जाएगा.
ALSO READ: भागलपुर में गर्ल्स हॉस्टल से निकले 42 खतरनाक रसेल वाइपर, बिलों से निकलकर सांप घरों में घुस रहे
बटेश्वर स्थान और बैद्यनाथ धाम जा सकेंगे कोसी-सीमांचल के लोग
बता दें कि बटेश्वर स्थान भागलपुर के कहलगांव में गंगा तट पर स्थित है. यहां की धार्मिक मान्यता काफी अधिक है. दूर-दराज से लोग यहां पूजा करने पहुंचते हैं. वहीं झारखंड के देवघर में बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए भी कोसी-सीमांचल के लोग पहुंचते हैं. इस रेल लाइन के तैयार होने से अब नवगछिया-कटिहार-पूर्णिया तरफ के लोग भी सीधे कटरिया से विक्रमशिला पहुंचेंगे जहां बटेश्वर स्थान है और पूजा-पाठ के बाद ट्रेन से देवघर जा सकेंगे. दो धार्मिक स्थलों तक पहुंचना अब आसान हो जाएगा. 2030-31 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
कहां है कटरिया और विक्रमशिला..
बता दें कि कटरिया स्टेशन बरौनी-कटिहार रेलखंड पर है. नवगछिया से कटिहार जाने के क्रम में एक छोटा सा स्टेशन कटरिया पड़ता है. खगड़िया जिले के मानसी में सहरसा रेललाइन से यह जुड़ता है. जबकि मधेपुरा के बिहारीगंज से कटिहार का कुरसेला स्टेशन जुड़ा है. इससे कोसी क्षेत्र के लोग भी अब आसानी से भागलपुर के विक्रमशिला पहुंच सकेंगे. वहीं विक्रमशिला भागलपुर-साहेबगंज रेलखंड पर है. यह नयी रेललाइन सीमांचल को भागलपुर से जोड़ेगी. संतान परगना और हावड़ा से भी सीमांचल जुड़ जाएगा.
सांसद निशिकांत दुबे ने गिनाए फायदे
झारखंड के गोड्डा लोकसभा के सांसद निशिकांत दुबे ने भी सोशल मीडिया पर इसे लेकर जानकारी दी है. उन्होंने X पर पीएम मोदी व रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को धन्यवाद देते हुए लिखा कि ”आज मेरा पैतृक गांव विक्रमशिला-भवानीपुर आख़िर मेरे कर्म भूमि देवघर से जुड़ गया. 2550 करोड़ से बटेश्वर स्थान में गंगा नदी पर पुल बनेगा जो नवगछिया से जुड़ेगा. माननीय प्रधानमंत्री जी यदि नहीं होते तो यह इलाक़ा पिछड़ा ही रहता. विक्रमशिला विश्वविद्यालय, मंदारहिल व देवघर से जुड़ा. मनुष्य जीवन में जन्म लेना माननीय प्रधानमंत्री जी ने सार्थक किया.” बता दें कि निशिकांत दुबे भागलपुर के भवानीपुर गांव के ही निवासी हैं जहां बटेश्वर स्थान व विक्रमशिला है. उन्होंने इस नई रेल लाइन के निर्माण का मुद्दा संसद में उठाया था. रेलमंत्री से मिलकर उन्होंने इस रेललाइन का काम जल्द शुरू कराने का आग्रह किया था.