टीएमबीयू कैंपस में ग्रामीणों ने लगाया बांस-बल्ला
गंगा में बाढ़ का पानी बढ़ोतरी होने के साथ दियारा क्षेत्र में रहने वालों लोगों की पेरशानी बढ़ा दी है. इसे लेकर टीएमबीयू टिल्हा कोठी परिसर में शनिवार को दियारा के कुछ लोग जगह लेने के लिए खंभा-खूंटी लगाना शुरू दिया है.
गंगा में बाढ़ का पानी बढ़ोतरी होने के साथ दियारा क्षेत्र में रहने वालों लोगों की पेरशानी बढ़ा दी है. इसे लेकर टीएमबीयू टिल्हा कोठी परिसर में शनिवार को दियारा के कुछ लोग जगह लेने के लिए खंभा-खूंटी लगाना शुरू दिया है. इस बाबत दियारा की कुछ ग्रामीण रविंद्र भवन कैंपस जगह लेने के लिए विवि की जमीन पर बांस-बल्ला लगाने का काम कर रहे थे. इसकी सूचना प्रॉक्टर डॉ अर्चना साह को मिली. उन्होंने कुलपति प्रो जवाहर लाल के निर्देश का पालन करते हुए विवि के निजी गार्ड को उनलोगों को हटाने के लिए मौके पर भेजा. मौके से निजी गार्ड, विवि कर्मचारी व स्थानीय पुलिस की सहयोग से ग्रामीणों को बांस बल्ला हटाने के लिए कहा. बांस-बल्ला हटाने को लेकर मौके पर ग्रामीण पुरुष व महिलाएं मौके पर जुट गये. विवि के कर्मचारी ने कहा कि विवि कुलपति का निर्देश है कि विवि परिसर में ग्रामीणों को आवासन नहीं करने दिया जायेगा. इसका कारण बताया गया कि आवासन की वजह से रविंद्र भवन स्थित पीजी प्राचीन इतिहास विभाग में पठन-पाठन का कार्य बाधित होता है. विवि आने वाले छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है. सरकार कार्य भी बाधित होता है. परिसर गंदगी फैल जाती है. ऐसे में विवि प्रशासन की तरफ से उनलोगों को दूसरे जगह पर आवासन की व्यवस्था करने के लिए जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है. फिलहाल दियारा के ग्रामीणों ने मौके से बांस-बल्ला हटा लिया. वहीं, प्रॉक्टर डॉ अर्चना साह ने कहा कि कुलपति के निर्देश पर ग्रामीणों को अतिक्रमण से रोका जा रहा है. ————————— टीएमबीयू कैंपस के पीछे प्रवेश किया बाढ़ का पानी – टीएमबीयू कैंपस के पीेछे खेत में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. इस कारण से पीएनए साइंस व सिटी कॉलेज जाने वाले रास्ते पर भी पूरी तरह पानी फैल गया है. बताया जा रहा है कि पीजी गर्ल्स हॉस्टल तक बाढ़ का पानी नहीं पहुंचा है. लेकिन लगातार जल स्तर बढ़ाने से हॉस्टल कैंपस तक पहुंच सकता है.
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