एक ओर जहां बारिश थमी हुई है, दूसरी ओर गंगा का जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है. सोमवार को जलस्तर बढ़ने से तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय परिसर, मानिक सरकार घाट, दीपनगर के समीप झुग्गी बस्ती, बूढ़ानाथ मंदिर के नीचे मशानी काली परिसर एवं पार्क में पानी का स्तर बढ़ गया. इतना ही नहीं निचले इलाकों सखीचंद घाट, नाथनगर के लालूचक, श्रीरामपुर, शंकरपुर दियारा क्षेत्र में पानी ऊपर चढ़ने लगा है और कटाव का खतरा भी मंडराने लगा है. इस क्षेत्र के लोगों में भय बढ़ता जा रहा है.
कुप्पाघाट आश्रम पर मंडराया कटाव का खतरा
गंगा में जलस्तर बढ़ने से कुप्पाघाट आश्रम के पूर्वी व पश्चिमी छोर पर कटाव शुरू हो गया है. आश्रम के गंगा किनारे के क्षेत्र में कटाव रोकने के लिए निर्माण कार्य कराया गया था. अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा के महामंत्री दिव्य प्रकाश ने खुद दोनों छोर का जायजा लिया और चिंता जतायी. कहा कि एक ओर जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमारी की दी गयी सौगात पुल पर खतरा मंडरा रहा है, वहीं दूसरी ओर आश्रम का आकर्षक फुलबाड़ी पर भी खतरा है. आश्रम के मंत्री मनु भास्कर, पंकज बाबा, संजय बाबा, रमेश बाबा ने बताया कि पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद 2022 में आश्रम दर्शन के लिए आये थे और गंगा कटाव से आश्रम को सुरक्षित करने का आश्वासन दिया था. इससे पहले भी यहां पर बालू, पत्थर व अन्य चीजों से गंगा कटाव रोकने के निर्देश मिले थे, लेकिन केवल मिट्टी डाल कर छोड़ दिया गया. इससे कुप्पाघाट आश्रम पर से कटाव का खतरा टल नहीं रहा है.
मच्छर, सांप, बिटगोय जमा रहे डेरा
घर में जहरीला जीव-जंतु सांप, बिटगोय आदि घुस रहा है. मानिक सरकार घाट में लगातार सांप निकलने की शिकायत मिल रही है. बैंक कॉलोनी के सूरज प्रभात दुबे ने बताया कि मच्छर की परेशानी बढ़ती जा रही है. कोई सावधानी व उपाय काम नहीं कर रहा है. दीपनगर, किलाघाट, सखीचंद घाट में अपने गांव या सगे-संबंधी के यहां शरण लिये हुए हैं. सखीचंद घाट के आनंद मिश्रा ने बताया कि कई लोगों को दूसरी जगह शरण लेना पड़ रहा है. मानिक सरकार घाट के अपार्टमेंट में अभी पानी नहीं घुसा है, लेकिन लोगों में दहशत है. आदमपुर घाट बैंक कॉलोनी में भी लोगों के बीच चिंता दिख रही है.
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