15 दिनों में दक्षिणी क्षेत्र के जोनल कार्यालय के सामने से नहीं हटाया जा सका जलजमाव

शहर का दक्षिणी हिस्सा दशकों से उपेक्षित है. 15 दिन पहले कुछ देर हुई बारिश के बाद जोनल कार्यालय के सामने पनहट्टा के समीप अब तक सड़क पर तालाब सा नजारा देखने को मिल रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 25, 2024 9:33 PM

शहर का दक्षिणी हिस्सा दशकों से उपेक्षित है. 15 दिन पहले कुछ देर हुई बारिश के बाद जोनल कार्यालय के सामने पनहट्टा के समीप अब तक सड़क पर तालाब सा नजारा देखने को मिल रहा है. नगर निगम का दावा है कि इसकी उड़ाही करायी जा रही है, लेकिन कर्मचारी यहां हांफते नजर आ रहे हैं. लोगों की मानें तो भोलानाथ पुल के जलजमाव से मुक्ति दिलाने के लिए तो फ्लाइओवर ब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है, लेकिन सिकंदरपुर पनहट्टा से लेकर मिरजानहाट दुर्गा स्थान तक, गुड़हट्टा चौक से जरलाही-मारूफचक में जलजमाव से मुक्ति दिलाने के लिए लगातार नाला व नाली की उड़ाही की जरूरत है. इतना ही नहीं दक्षिणी क्षेत्र का कोई ऐसा मोहल्ला व गली हो जहां नाला, नाली व जलजमाव की समस्या नहीं हो.

वार्ड 45 अंतर्गत सिकंदरपुर-मिरजानहाट दुर्गास्थान मार्ग कम व्यस्ततम नहीं है. दरअसल मिरजानहाट, हसनगंज, काजीचक आदि जाने का भी मार्ग इसी होकर है. ऐसे में 10 हजार की आबादी जलजमाव की समस्या से परेशान है. स्थानीय लोगों की मानें तो दो साल से नाला व नाली की सफाई नहीं होने से थोड़ी बारिश में भी सड़क पर पानी बहने लगता है. लोगों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है.

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लोगों का दर्द

सिकंदरपुर पानी टंकी परिसर में स्वास्थ्य शाखा का गोदाम व नगर निगम का जोनल कार्यालय भी है. यहां से पूरे क्षेत्र की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जाता है. फिर भी सामने में तालाब सा नजारा व कीचड़ नगर निगम की व्यवस्था की पोल खोल रहा है.

सदानंद मोदी, पूर्व पार्षद, वार्ड 45

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इस सड़क से दक्षिणी क्षेत्र की बड़ी आबादी आती-जाती है. सड़क के दोनों ओर कच्चा नाला है. बारिश के दिनों में तो नाला व सड़क का पता नहीं चलता है.

दिवाकर, स्थानीय

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वार्ड 49 व 45 में सिकंदरपुर से मिरजानहाट मार्ग व पनहट्टा के समीप के लोग 20 दिनों से परेशान हैं. नाला पक्कीकरण के अभाव में बार-बार यह समस्या आ रही है. पानी निकासी के साथ-साथ कीचड़ की समस्या बढ़ गयी है.

लता देवी, स्थानीय

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15 दिनों में सड़क पर दलदल हो गया है. सिकंदरपुर-पनहट्टा की 10 हजार की आबादी परेशान है. नगर निगम प्रशासन की लापरवाही के कारण सफाई व्यवस्था चौपट हो रही है. इसी तरह की स्थिति रही तो सड़क पर उतरना होगा.

अमर चौरसिया, स्थानीय

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सिकंदरपुर पैदल जाना तो पूरी तरह मुश्किल हो रहा है. टू-व्हीलर वाले भी उबड़-खाबड़ सड़क पर जलजमाव की स्थिति में आने-जाने से कतराते हैं. कभी गड्ढे में अचानक बाइक चली जाती है, तो गिरना तय है.

मनोज मोदी, स्थानीय

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क्षेत्र में सड़क व नाला का निर्माण वर्षों से नहीं कराया गया है. इस कारण नाला का पानी नहीं निकल पा रहा है. 15 दिनों से नाला की सफाई नहीं हो रही है. दो साल पहले साफ कराया गया था.

बुद्धिनाथ, स्थानीय

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मिरजानहाट दुर्गास्थान जाना मुश्किल हो रहा है. पूजा करने के लिए घूमकर जाना पड़ रहा है. इसके अलावा अन्य मंदिर जाने का रास्ता भी इसी होकर है. नाला जाम होने के कारण बार-बार ऐसी समस्या हो रही है.

मिट्ठू, स्थानीय

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कहते हैं जिम्मेदार

सिकंदरपुर पनहट्टा में सड़क व नाला से गाद निकालने का काम चल रहा है. नाला का बनावट ठीक नहीं है. कच्चा नाला को साफ कराने में समय लगता है. और चार दिन में पूरी तरह से साफ करा लिया जायेगा.

आदित्य जायसवाल, प्रभारी, स्वास्थ्य शाखा, नगर निगम

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