भागलपुर जिले में लगातार बढ़ रही गर्मी का असर अब मायागंज अस्पताल के मरीजों व उनके परिजनों पर दिखने लगा है. मंगलवार को अस्पताल परिसर में पानी के लिए लोग इधर-उधर भटकते देखे गये. अस्पताल प्रबंधन की ओर से सिर्फ बाथरूम में पानी की व्यवस्था की गयी है. जबकि पेयजल के लिए लगायी गयी कई वाटर प्यूरिफायर मशीन खराब है. इस कारण मजबूरीवश मरीजों व उनके परिजनों को पानी खरीदकर अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है.
इंडोर गायनी वार्ड में एक मरीज के परिजन राजेश साह ने बताया कि वार्ड में एक आरओ मशीन दीवार से लटकी हुई है. इससे पानी नहीं निकल रहा है. वहीं इंडोर मेडिसिन वार्ड में भी एक वाटर प्यूरिफायर रखा है. जो वर्षों से खराब पड़ा है. अस्पताल के ओपीडी में रोजाना दो हजार से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं. वहीं इतने ही मरीज व परिजन इंडोर वार्ड में भर्ती रहते हैं. ऐसे में पानी के लिए इनका रोजाना कितना खर्च हो रहा है, इसका अंदाजा सहज लगाया जा सकता है. जबकि डॉक्टरों व पदाधिकारियों के कार्यालय में आरओ मशीन चालू स्थिति में है.
बर्न वार्ड का एसी बंद, घायल मरीज की बढ़ी तकलीफ
मायागंज अस्पताल के इंडोर बर्न वार्ड में लगा एयर कंडीशनर मंगलवार को बंद रहा. वार्ड में भर्ती इकलौती महिला मरीज सरवंशी देवी के परिजनों ने बताया कि खाना बनाने के दौरान दोनों पैर आग से झुलस गया था. इलाज के लिए मायागंज अस्पताल में मरीज को भर्ती कराया गया. प्राथमिक उपचार के बाद मरीज को बर्न वार्ड में भर्ती कर दिया गया.
वार्ड में सिर्फ पंखा चल रहा है. यहां पर लगा चार एसी में एक भी चालू स्थिति में नहीं है. गर्मी से बचने के लिए जब खिड़की को खोलते हैं तो बाहर से गर्म हवा आती है. इससे घायल मरीज की तकलीफ और बढ़ जाती है. बिना एसी के बर्न वार्ड में रहना मुश्किल हो गया है.
इधर, अस्पताल के इमरजेंसी, ओपीडी समेत इंडोर के अन्य वार्डों की यही स्थिति है. इंडोर के अधिकांश कमरे जहां मरीजों का इलाज चल रहा है, वहां एसी नहीं लगा है. मरीज पंखे से आ रही गर्म हवा से परेशान हैं. मामले पर अस्पताल अधीक्षक डॉ राकेश कुमार ने बताया कि एसी की आपूर्ति हो गयी है. एसी को बारी-बारी से हर वार्ड में लगाया जा रहा है. खराब एसी की मरम्मत की जा रही है. बर्न वार्ड का एसी भी बदला जायेगा.
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