Bhagalpur News:अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण का क्षेत्रीय कार्यालय सात साल बाद फिर से भागलपुर शिफ्ट
अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण साहिबगंज में शिफ्ट करने का सबसे बड़ा कारण था कि साहिबगंज के समदा नाला के पास बन रहा चार सौ करोड़ का बंदरगाह है. इसके निर्माण के मद्देनजर कार्यालय को वहां शिफ्ट किया गया था.
ललित किशोर मिश्र, भागलपुर
अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण का क्षेत्रीय कार्यालय सात साल बाद फिर से भागलपुर शिफ्ट हो रहा है. 2017 में इस कार्यालय को साहिबगंज (झारखंड) शिफ्ट कर दिया गया था. तब साहिबगंज में बंदरगाह बनाने की योजना थी. खंजरपुर में प्राधिकरण का क्षेत्रीय कार्यालय खुल जायेगा. आदेश जारी हो चुका है.
अधिकारियों व कर्मियों की पटना रीजनल कार्यालय से शिफ्टिंग की प्रक्रिया को पूरी हो चुकी है. उम्मीद की जा रही है कि कुछ दिनों में कार्यालय विधिवत रूप से काम करना शुरू कर देगा. केंद्रीय पोत परिवहन मंत्रालय के अधीन आनेवाला यह क्षेत्रीय कार्यालय बिहार का पहला था. इस प्राधिकरण का रीजनल कार्यालय पटना में है. भागलपुर में 1992 में कार्यालय स्थापित हुआ था.
जलमार्ग से गुजरने वाले जहाज को रास्ता दिखाने की जिम्मेदारी कार्यालय की होगी
क्षेत्रीय कार्यालय का काम गंगा में जमे गाद को हटा कर सैलानियों के क्रूज और जलमार्ग से सामान ले जाने वाले बड़े जहाज के लिए ड्रेजर मशीन से रास्ता बना कर उन्हें रास्ता दिखाना है. अब एक बार फिर से क्षेत्रीय कार्यालय के रन करने से गाद से लेकर आरआइएस टावर व डीजीपीएस स्टेशन काम करना शुरू कर देगा. जो इस ओर से गुजरने वाले जहाज को सिग्नल देगा.
इस कारण से साहेबगंज शिफ्ट हुआ था क्षेत्रीय कार्यालय साहेबगंज में
क्षेत्रीय कार्यालय के साहिबगंज में शिफ्ट करने का सबसे बड़ा कारण था कि साहिबगंज के समदा नाला के पास बन रहा चार सौ करोड़ का बंदरगाह है. इसके निर्माण के मद्देनजर कार्यालय को वहां शिफ्ट किया गया था.
अब बनारस में रीजनल कार्यालय खोलने की तैयारी
पटना में भारत अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण का रीजनल कार्यालय है. जहां यूपी तक का कार्य का संचालन होता था. लेकिन अब बनारस में रीजनल कार्यालय खोलने की स्वीकृति मिल चुका है. जाहिर है बनारस में कार्यालय की शुरुआत के बाद यूपी के जलमार्ग का संचालन बनारस से ही होगा.
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