बिजली कटौती से बुनकरों का रोजाना लाखों का कारोबार प्रभावित
लोकसभा चुनाव की वजह से कारोबार प्रभावित रहने से हुए घाटे से उबरने में जुटे बुनकरों पर मौजूदा बिजली संकट जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहा है.
लोकसभा चुनाव की वजह से कारोबार प्रभावित रहने से हुए घाटे से उबरने में जुटे बुनकरों पर मौजूदा बिजली संकट जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहा है. नाथनगर, चंपानगर, हुसैनाबाद, बड़ी खंजरपुर, सराय बुनकर बहुल क्षेत्रों में भारी बिजली कटौती हो रही है. कटौती की वजह से बुनकरों का रोजाना लाखों का कारोबार प्रभावित हो रहा है. कारोबार ही नहीं इन क्षेत्रों में पेयजल की समस्या भी उत्पन्न हो गयी है.
युवा बुनकर हेमंत कश्यप ने आशंका जताया है कि इसी रफ्तार से बिजली कटौती जारी रही तो बुनकरों का कारोबार फिर से ठप पड़ जायेगा. बुनकर संघर्ष समिति के सिकंदर आजम ने बताया कि लगातार बिजली आती-जाती रहती है. इससे कोई भी काम नहीं हो पाता है. पेयजल की समस्या भी गहराने लगी है. लोदीपुर के बुनकर प्रतिनिधि भोला प्रसाद ने बताया अभी तो दिन-रात मिला कर 15 घंटे भी बिजली नहीं मिल पा रही है. वर्किंग आवर में भी बिजली कटौती की जा रही है. व्यवसायियों का ऑर्डर पूरा नहीं कर पा रहे हैं. जेनरेटर से अतिरिक्त खर्च बढ़ जाता है.
बुनकर प्रतिनिधि अलीम अंसारी ने कहा कि बिजली कटने का समय तय नहीं है. पता ही नहीं चलता है कि कब पावरलूम को चलाया जा सकेगा. इससे कर्मचारियों को बैठाकर रखना पड़ता है. बिजली संकट के कारण पेयजल आपूर्ति की भी समस्या है.
————–चुनाव से 50 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ प्रभावित
25 हजार से अधिक पावरलूम, हैंडलूम व रंगाई केंद्र पड़ी धीमी
नाथनगर के बुनकर मो मुर्तजा ने बताया कि चुनाव लंबा खींच जाने से कच्चे माल की कमी ने व्यवसायी व बुनकरों की कमर तोड़ दी. अब बिजली संकट से जिले के 25 हजार पावरलूम, हैंडलूम व रंगाई केंद्र की गति धीमी पड़ गयी है. कपड़ा उद्योग से जुड़े 80 हजार से अधिक बुनकरों की हालत खराब है. यहां से मुंबई, दिल्ली व कोलकाता तक कपड़े भेजे जाते हैं. .डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है