डिजनीलैंड मेला हटा, तो कचरों के बीच मिली दारू की बोतल, संचालकों ने शुरू करायी सफाई
स्मार्ट सिटी व एजेंसी के बीच विवाद के बाद सैंडिस कंपाउंड व जयप्रकाश उद्यान की व्यवस्था बिगड़ती जा रही है. डिजनीलैंड मेला हटे 10 दिन बीत गये. बावजूद मैदान में कूड़े-कचरे का अंबार लगा रहा.
स्मार्ट सिटी व एजेंसी के बीच विवाद के बाद सैंडिस कंपाउंड व जयप्रकाश उद्यान की व्यवस्था बिगड़ती जा रही है. डिजनीलैंड मेला हटे 10 दिन बीत गये. बावजूद मैदान में कूड़े-कचरे का अंबार लगा रहा. इतना ही नहीं कूड़े-कचरे के बीच दारू की बोतलें मिलने से सनसनी फैल गयी और प्रदेश में दारूबंदी के बीच मैदान व डिजनीलैंड मेला को दारू का अड्डा बनाने की चर्चा गर्म हो गयी. बुधवार को निर्देश के बाद मेला संचालक ने सफाई शुरू किया.
डिजनीलैंड मेला संचालकों ने छोड़ा कूड़ा-कचरा, मैदान पर युवा व सड़क पर राहगीर परेशान
डिजनीलैंड मेला संचालकों की ओर से कूड़े-कचरे का ढेर छोड़ दिया गया. इसका असर यह हुआ कि हवा में कूड़े उड़कर सड़क और पूरे मैदान में फैल गये. इससे मैदान में आने वाले युवा व मॉर्निंग वाॅकर परेशान हुए, तो सड़क पर राहगीर बदबू झेलने के लिए बाध्य दिखे. इतना ही नहीं मुख्य द्वार तक कूड़ा-कचरा फैला रहा. मेयर डॉ बसुंधरालाल को मिली शिकायत तो संज्ञान लेकर स्मार्ट सिटी के सीजीएम को कूड़े-कचरे का फोटो भेजकर सफाई कराने का निर्देश दिया. इसके बाद मेला संचालक को स्मार्ट सिटी प्रशासन की ओर से सफाई कराने का निर्देश दिया गया.
25 दिन पहले एजेंसी ने छोड़ी सैंडिस कंपाउंड व्यवस्था की जिम्मेदारीसाजिश के तहत दारू की बोतल रखी
सफाई व्यवस्था करा रहे हिमांशु कुमार ने बताया कि मेला संचालक के पार्टनर हैं. सामान ले जाने के बाद सफाई कार्य कराने की योजना थी. साजिश के तहत यहां दारू की बोतल रखी गयी है, ताकि उन्हें फिर मेला लगाने पर रोक लग जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है