-सरकार के अपर सचिव ने नगर आयुक्त को जारी किया गया निर्देशवरीय संवाददाता, भागलपुरविकास योजनाओं के शिलान्यास एवं उद्घाटन के अवसर पर न अब स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित करने के साथ ही शिलापट्ट पर उनके नाम भी अंकित होंगे. सरकार के अपर सचिव ने इस संबंध में सभी नगर आयुक्तों के अलावा नगर परिषद एवं नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है. यूडीएचडी से जारी पत्र के अनुसार कहा गया है कि मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि कोई भी प्रशासनिक अधिकारी या उनकी पत्नी विकास योजनाओं का उद्घाटन नहीं करेंगे एवं किसी शिलापट्ट पर अपना नाम अंकित नहीं करेंगे. यदि आवश्यकता हुई तो उस क्षेत्र के मंत्री, सांसद, क्षेत्रीय विधायक या क्षेत्रीय पार्षद शिलापट्ट रखेंगे या उद्घाटन करेंगे.
लेकिन देखा जा रहा है कि नगर निकायों में इसका सही ढंग से पालन नहीं किया जा रहा है. यह गंभीर विषय और सरकार के निर्देश का उल्लंघन है. ऐसे में राज्य के नगर निकायों में कार्यान्वित विभिन्न विकास योजनाओं के शिलापट्ट पर संबंधित मेयर, मुख्य पार्षद, डिप्टी मेयर, उप मुख्य पार्षद, वार्ड पार्षद के साथ साथ उस नगर पालिका क्षेत्र के सांसद, विधायक, विधान पार्षद आदि का नाम भी अंकित किया जाये. साथ ही शिलान्यास एवं उद्घाटन कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाये.सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का ट्रीटेड वाटर जायेगा एनटीपीसी
सिटी का गंदा पानी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) में साफ होने के बाद भी सीधे गंगा नदी में नहीं गिर सकेगा. नमामि गंगे परियोजना मुख्यालय से इस संबंध में बुडको को दिशा निर्देश मिला है. बुडको की ओर से एसटीपी में पानी के साफ होने के बाद कहलगांव स्थित एनटीपीसी तक ट्रीटेड वाटर को पहुंचाने की योजना तैयार की है. बुडको भागलपुर स्थित एसटीपी से कहलगांव एनटीपीसी तक करीब 45 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछायेगा. बुडको की ओर से फिजिबिलिटी जांच के लिए कंसल्टेंट बहाल किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है