मोहद्दीनगर व मिरजानहाट की प्रतिमा शोभायात्रा में महिलाओं ने किया डांडिया
शहर के दक्षिणी क्षेत्र में स्थापित मां दुर्गा की अधिकतर प्रतिमाओं का विसर्जन तालाब में किया गया. रविवार को मोहद्दीनगर, मिरजानहाट, क्लबगंज आदि की दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन गंगटा पोखर, जबकि मानिकपुर व कुतुबगंज की प्रतिमा का विसर्जन महादेव तालाब में कर दिया गया.
शहर के दक्षिणी क्षेत्र में स्थापित मां दुर्गा की अधिकतर प्रतिमाओं का विसर्जन तालाब में किया गया. रविवार को मोहद्दीनगर, मिरजानहाट, क्लबगंज आदि की दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन गंगटा पोखर, जबकि मानिकपुर व कुतुबगंज की प्रतिमा का विसर्जन महादेव तालाब में कर दिया गया. इससे पहले मोहद्दीनगर समिति के तहत महिलाओं व युवतियों ने डांडिया व अन्य लोकनृत्य करते हुए प्रतिमा शोभायात्रा निकाली. मोहद्दीनगर पूजा समिति के अध्यक्ष राकेश रंजन केसरी, सचिव प्रफुल्लचंद्र सिंह, गणेश मालाकार आदि का योगदान रहा. मिरजानहाट पूजा समिति की ओर से कपिलदेव साह, दीपक साह, निर्भय साह आदि का योगदान रहा, तो मानिकपुर पूजा समिति की ओर से हरिशंकर सहाय, चंदन सहाय, सौरभ मिश्रा आदि का योगदान रहा.
विजयादशमी मिलन समारोह आयोजित
साहित्य सफर की ओर से शिक्षण संस्थान, मंदरोजा में विजयादशमी मिलन समारोह का आयोजन किया गया. संस्थापक जगतराम साह कर्णपुरी ने अध्यक्षता की. रंजन कुमार राय ने आओ अलोकित पथ चलो, आदर्श बने वह कर्म करो का पाठ किया. मुख्य अतिथि संतोष कुमार ने कहा कि विजयादशमी हमें असत्य पर सत्य की जीत का संदेश देती है. इस मौके पर अजय शंकर, प्रेम प्रिय, चंदन कुमार आदि उपस्थित थे.
जेपी ने दो बड़े आंदोलनों का किया संचालन, देश को दी नयी दिशा
गांधी शांति प्रतिष्ठान केंद्र भागलपुर, संपूर्ण क्रांति आंदोलनकारी मंच और लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मारक समिति के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को जेपी स्मारक स्थल सदर अस्पताल में जेपी जयंती समारोह का आयोजन किया गया. मौके पर प्रार्थना सभा के बाद पुष्पांजलि और श्रद्धांजलि दी गयी. समारोह की अध्यक्षता अरविंद कुमार रामा, संचालन संजय कुमार और धन्यवाद ज्ञापन वासुदेव भाई ने किया. महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ मनोज कुमार, गांधीवादी कार्यकर्ता डॉ मनोज मीता ने माल्यार्पण किया. वक्ताओं ने कहा कि आज हम देश के महान स्वतंत्रता सेनानी को याद कर रहे हैं, जिन्होंने दो-दो बड़े आंदोलन का सफलतापूर्वक संचालन कर लोगों को नयी दिशा दी. आज जयप्रकाश नारायण को अत्यधिक प्रमुखता से याद करने की आवश्यकता है. डॉ उमेश प्रसाद नीरज, मोहम्मद जीमी हमीदी, मोहम्मद महबूब ने भी विचार व्यक्त किया. मौके पर पूर्व कुलपति डॉ फारूक अली, मिंटू कलाकार, सुरेश भारती, नारायण शाह, मो शाहजहां, तकी अहमद जावेद, रूपा रानी, निशा आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है