वर्क ऑर्डर के पेच में फंसी योजना, समय से नहीं हुआ शुरू, तय समय पर पूरा होने की उम्मीद कम
वरीय संवाददाता, भागलपुर
वार्ड पार्षदों की शिकायतों को दूर करने के लिए निगम प्रशासन ने तय किया था कि 25-25 लाख रुपये का का तीन-तीन काम हर वार्ड में कराया जायेगा. इसके लिए उन्होंने टेंडर जारी किया और कांट्रैक्टर की बहाली भी हुई. लेकिन, चयनित कांट्रैक्टरों को अब तक वर्क ऑर्डर जारी नहीं हो सका है. इस वजह से काम शुरू नहीं हो सका है. यानी, यह काम वर्क ऑर्डर के पेच में फंसा है.पार्षदों से लिए गए एजेंडे पर निगम ने टेंडर फाइनल किया है. हाल के कुछ दिन पहले नगर आयुक्त नितिन कुमार सिंह ने बैठक कर यह निर्णय लिया था और वार्ड पार्षदों को बुलाकर यह बात कही थी कि वह अपने-अपने वार्ड के आम नागरिकों की सुविधाओं से जुड़ी महत्वपूर्ण तीन-तीन योजनाओं की सूची उपलब्ध कराएं. यानी, जरूरी कार्यों का एजेंडा तैयार करके दें. पार्षदाें ने अपने-अपने वार्ड की सफाई, नाला उड़ाही, जलापूर्ति समेत अन्य समस्या नगर आयुक्त काे बताया था. वार्ड 29 की सिंपी देवी, वार्ड 32 की पार्षद मीरा राय, वार्ड 34 से बीबी बलिमा, वार्ड 35 से उमेश मंडल, 36 से अमित कुमार ट्विंकल आदि ने भी अपनी समस्या नगर आयुक्त के समक्ष रखी थी. इसके मद्देनजर योजना शाखा की ओर से वार्ड पार्षदों से तीन-तीन महत्वपूर्ण कार्यों की सूची 25 मई तक मांगी गयी थी. इसके बाद एस्टिमेट तैयार किया गया और टेंडर की प्रक्रिया अपनायी गयी. वह अब फाइनल है.निगम की बिल्डिंग का अबतक नहीं बन सका डीपीआर
निगम के पुराने भवन को ताेड़कर नया भवन बनाया जाना. इसकी दोबारा तैयारी निगम ने शुरू की और यह भी अटक गयी है. अब तक डीपीआर बनाने वाली कंसल्टेंट एजेंसी बहाल नहीं हो सकी है. नये भवन का डीपीआर तैयार कराने के लिए टेंडर किया है. डीपीआर कंसल्टेंट एजेंसी के लिए जारी निविदा का टेक्निकल बिड 24 अगस्त को नहीं खुल सका और यह अभी होल्ड पर है. कार्यालय भवन के निर्माण पर 30 कराेड़ से 50 करोड़ तक खर्च होने का अनुमान है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है