बंगाली टोला दुर्गा मंदिर में 73 वर्षों से हो रही है मां की पूजा
कहलगांव नगर पंचायत के पूरब टोला स्थित बंगाली टोला मंदिर में 73 वर्षों से मां दुर्गा की पूजा हो रही है.
कहलगांव नगर पंचायत के पूरब टोला स्थित बंगाली टोला मंदिर में 73 वर्षों से मां दुर्गा की पूजा हो रही है. मंदिर पूजा कमेटी के शंभू नाथ सरखेल ने बताया कि 73 वर्ष पूर्व दुर्गा मंदिर के सामने नित्यानंद अवधूत महानिर्माण मठ आश्रम के शिष्य बंगाल के बरहमपुर निवासी माधवेंद्र राय ने जमीन दिया था. स्थानीय महादेव चरण आचार्या के द्वारा 1952 में मिट्टी की दीवार और फुस से निर्मित दुर्गा मंदिर में पूजा प्रारंभ हुआ था. उनके देहावसान के बाद 1963 में पूजा कमेटी का गठन कर मोहल्ले के सहयोग से पूजा अर्चना हो रही है. 1964 में मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ. वर्तमान में बांग्ला पद्धति से महादेव चरण आचार्या के पुत्र अमरेश कुमार आचार्या के नेतृत्व में पंडित रमन पांडे के द्वारा पूजा अर्चना की जा रही है. बंगाली टोला दुर्गा मंदिर में सादगी के साथ विधि विधान पूर्वक पूजा होती है. स्थापना काल से ही बलि प्रथा का प्रावधान नहीं रहा है. यहां ईख और कोहड़ा की बलि चढ़ाई जाती है. श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र है. मां दुर्गा की ख्याति इलाके में काफी है. यहां अष्टमी और नवमी में हजारों की संख्या में महिलाएं खोईचा देने के लिए पहुंचती है. विजयदशमी के दिन ही प्रतिवर्ष रात्री 8 बजे विसर्जन किया जाता है. विसर्जन से पूर्व बंगाली टोला की महिलाएं सिंदूर से होली खेलती है. पूजा पाठ प्रबंधन में सचिव धनेश मिश्रा, सोनू पांडे, कमल किशोर सिंह, अविनाश आचार्य, विजय चौरसिया, दीपक शाह, अजय कुमार सिंह शामिल है.
बड़ी दुर्गा मंदिर में अखाड़ा का उद्घाटन
बड़ी दुर्गा स्थान में गुरुवार रात राणा व्यायामशाला के अखाड़ा का उद्घाटन नप के मुख्य पार्षद राजकुमार गुड्डू, पुलिस उपाधीक्षक विधि व्यवस्था चन्द्र भूषण, पुलिस उपाधीक्षक सह थानाध्यक्ष प्रिय रंजन, बीडीओ संजीव कुमार, मंदिर कमेटी अध्यक्ष शिवम चौधरी ने संयुक्त रूप से किया. दुर्गा मंदिर प्रांगण में अखाड़ा खेला गया. मौके पर पार्षद नवीन कुमार बन्नी, संजय चौधरी, सुभाष कुमार के अलावे समिति के सभी सदस्य व गणमान्य मौजूद थे. वहीं रात में जागरण का कार्यक्रम किया गया. समिति के सन्नी चौधरी ने बताया कि जागरण में कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भक्ति गीत प्रस्तुत किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है