वाहो-वाहो गुरु गोविंद सिंह आपे गुर चेला…
वाहो वाहो गोविंद सिंह आपे गुर चेला…’उक्त कीर्तन के साथ गुरुद्वारा ग्रंथी सरदार जसपाल सिंह ने सबद-कीर्तन आयोजन का शुभारंभ किया.
वाहो वाहो गोविंद सिंह आपे गुर चेला…’उक्त कीर्तन के साथ गुरुद्वारा ग्रंथी सरदार जसपाल सिंह ने सबद-कीर्तन आयोजन का शुभारंभ किया. मौका था गुरुद्वारा में सिख समुदाय के 10वें गुरु गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश उत्सव का.
आयोजन को लेकर गुरुद्वारा को विशेष तरीका से सजाया गया था. स्थल दुधिया रोशनी से नहाया प्रतीत हो रहा था.
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह सुखमणि साहिब का पाठ से हुआ. इसके बाद भाई संजय सिंह एवं भाई जसपाल सिंह ने भ्जन गाकर माहौल को भक्तिमय कर दिया. गुरुद्वारा कमेटी के सचिव सरदार बलबीर सिंह बाबा ने गुरु की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु गोविंद सिंह ज्ञानियों के ज्ञानी एवं दानियों के दानी थे. सामूहिक अरदास के बाद गुरु का टूट लंगर गुरुद्वारा परिसर में वितरित हुआ.कार्यक्रम को सफल बनाने में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार ताजेंद्र सिंह, सचिव सरदार बलबीर सिंह, उपाध्यक्ष सरदार हरविंदर सिंह, संरक्षक खेमचंद बच्चन उपसचिव रामेश सुरी , कोषाध्यक्ष मनजीत सिंह सचदेवा, मीडिया प्रभारी सरदार हर्षप्रीत सिंह आदि का योगदान रहा.
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