ध्यान व प्राणयाम से प्राप्त कर सकते हैं मानसिक शांति

बिहार कृषि विश्वविद्यालय में शनिवार को पहला विश्व ध्यान दिवस मनाया गया. कार्यक्रम का उद्देश्य दैनिक जीवन में ध्यान और प्राणायाम के महत्व के बारे में लोगों को जगरूक करना था. संचालन बीएयू के अकादमिक प्रभारी डॉ शंभु प्रसाद ने किया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 22, 2024 1:24 AM

बिहार कृषि विश्वविद्यालय में शनिवार को पहला विश्व ध्यान दिवस मनाया गया. कार्यक्रम का उद्देश्य दैनिक जीवन में ध्यान और प्राणायाम के महत्व के बारे में लोगों को जगरूक करना था. संचालन बीएयू के अकादमिक प्रभारी डॉ शंभु प्रसाद ने किया.

इस अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग के विशेषज्ञ टीम में रितु, वत्सला और साकेत ने इंटरैक्टिव सत्रों का संचालन किया. मौके पर विशेषज्ञों ने तनाव प्रबंधन में ध्यान की भूमिका पर प्रकाश डाला और विभिन्न प्राणायाम सिखाए, जो एकाग्रता बढ़ाने में सहायक हैं. छात्रों ने पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन और ऊर्जा स्तर बढ़ाने से संबंधित प्रश्न पूछे, जिनका विशेषज्ञों ने समाधान बताया.

कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने ध्यान पर आधारित कार्यशालाओं के आयोजन की जानकारी दी, जो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करेंगी. इस अवसर पर सहायक प्रोफेसर सह कनिष्ठ वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान और छात्रावास अधीक्षक, गर्ल्स हॉस्टल डॉ गायत्री कुमारी के अलावे छात्र-छात्रएं मौजूद थे. कार्यक्रम का आयोजन बीएयू के कृषि अधिष्ठाता डॉ अजय कुमार साह और एसोसिएट डीन सह प्रिंसिपल, बीएसी, सबौर डॉ एसएन राय के निर्देशानुसार बीएयू के सभागार में हुआ.

ध्यान और प्राणायाम जैसे अभ्यासों को अपनाकर हम न केवल मानसिक शांति प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि शारीरिक और भावनात्मक संतुलन भी बनाए रख सकते हैं. विश्वविद्यालय इस तरह के आयोजनों के माध्यम से छात्रों और कर्मियों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं.

– डॉ डीआर सिंह, कुलपति, बीएयू सबौर

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