Bhagalpur News: बड़े भाई की नशे की लत से पूरा परिवार परेशान था. गुरुवार सुबह बड़े भाई ने नशे के लिए विवाद करना शुरू कर दिया. पहले से ही क्षुब्ध छोटे भाई को यह नागवार गुजरा और उसी वक्त घर में रखे छूरे से बड़े भाई की गला रेत हत्या कर दी. हत्या के दौरान उसने बड़े भाई के सीने और हाथों पर भी वार किया. सुबह करीब साढ़े छह बजे हुई घटना के बाद हत्यारा छोटा भाई मोहल्ले में घूमने के लिए निकल गया. फिर घटना के करीब चार घंटे बाद साढ़े 10 बजे मोजाहिदपुर थाना पहुंच गया. पुलिस पदाधिकारियों से कहा, ”मैंने अपने बड़े भाई की हत्या कर दी है, उसका बॉडी घर में पड़ा हुआ है.”
पुलिस पदाधिकारियों को सुनकर हुआ अचरज
युवक की बात सुनकर पहले तो पुलिस पदाधिकारियों को अचरज हुआ. लेकिन जब पुलिस पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे तब गला रेता शव पड़ा हुआ पाया. इसकी सूचना तुरंत थानाध्यक्ष सहित वरीय पुलिस पदाधिकारियों को दी गयी. हत्यारे छोटे भाई को हाजत में बंद कर दिया गया.
सिटी डीएसपी खुद पहुंचे घटनास्थल पर
मौके पर सिटी डीएसपी 2 राकेश कुमार भी पहुंचे. एफएसएल को भी मौके पर बुलाकर वैज्ञानिक साक्ष्यों का संकलन किया गया. घटना की जानकारी फैलते ही मोहल्ले की तंग गली में लोगों की भीड़ जमा हो गयी. पुलिस ने घटनास्थल पर कागजी कार्रवाई पूर्ण करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
हत्या के बाद पाकीजा चौका पर घंटों बैठा था अकेला
घटना मोजाहिदपुर थाना क्षेत्र के हुसनैपुर मोहल्ला स्थित पाकीजा चौक स्थित गरीब उल्लाह गली में रहने वाले मो इसलाही के घर हुई है. मृतक बड़ा बेटा अबु नसर (35) है और छोटा भाई अबु सईद है. घटना सुबह साढ़े छह बजे हुई थी पर साढ़े 10 बजे तक मोहल्ले के किसी भी व्यक्ति को इसकी जानकारी तक नहीं मिली. मिली जानकारी के अनुसार हत्यारा छोटा भाई अबु सईद हत्या के बाद आराम से घर से निकल गया. मोहल्ले में घूमता रहा. कुछ देर पाकीजा चौक पर अकेला ही बैठा रहा. लोगों द्वारा पूछने पर किसी तरह का जवाब भी नहीं दे रहा था. घटनास्थल से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त छूरे को जब्त किया है.
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नशे की लत से परेशान थे घरवाले और पड़ोसी
मौके पर कई लोगों ने कहा मृतक अबु नसर आये दिन घर में क्लेश करता था. पिता व भाई को पीटता भी था. नशे को लेकर मोहल्ले में भी कई लोगों से लड़ाई-झगड़ा करते रहा है. कई मामलों में पुलिस भी पहुंची थी, उसे समझाया भी गया था. परिजनों ने कांके (रांची) में भी उसका इलाज कराया और निजी नशा मुक्ति केंद्रों में भी भर्ती करा हजारों रुपये खर्च कर उसके नशे की लत को छुड़ाने की कोशिश की थी.
उससे तंग होकर परिवार के लोगों ने उसे घर में अकेला छोड़ दिया था. माता-पिता किराये पर मकान लेकर रहने लगे थे. वहीं छोटा भाई अबु सईद भी जनवरी में शादी के बाद से ज्यादातर पंखा टोली स्थित अपने ससुराल में ही रहने लगा था. नशे की लत की वजह से उसकी शादी भी नहीं हुई थी.
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