Bharat Jodo Yatra में बिहार में शामिल नहीं होगें राहुल गांधी, बांका से 28 दिसंबर को शुरू होगी यात्रा
Bharat Jodo Yatra की तैयारियों को लेकर दिग्विजय सिंह और जयराम रमेश रविवार को पटना पहुंच गए हैं. जयराम रमेश ने बताया कि बिहार में 28 दिसंबर से कांग्रेस की भारत जोड़ों यात्रा की शुरुआत होगी. यात्रा में शामिल होने के लिए नीतीश कुमार और तेजस्वी को भी निमंत्रण दिया गया है.
Bharat Jodo Yatra की तैयारियों को लेकर दिग्विजय सिंह और जयराम रमेश रविवार को पटना पहुंच गए हैं. इस अवसर पर प्रेसवार्ता को संबोधिक करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि बिहार में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत 28 दिसंबर को बांका से होगी. 17 जिलों से गुजरती हुई, करीब 1200 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद यात्रा का समापन बोध गया में होगा.हालांकि इस यात्रा में राहुल गांधी शामिल नहीं होंगे.यात्रा में शामिल होने के लिए कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भी आग्रह किया गया है.
राहुल की टीमें शामिल बिहार के कन्हैया कुमार भी हैं काफी लोकप्रिय
जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी कन्याकुमारी से श्रीनगर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाल हुए हैं. उनकी टीम 120 कांग्रेस के नेता शामिल है.जिसमें बिहार के कन्हैया कुमार समेत पांच कांग्रेसी शामिल है. उन्होंने बताया कि इसमें राहुल गांधी के बाद कन्हैया कुमार की लोकप्रियता है.मीडिया और आम लोगों में उनकी बहुत ज्यादा डिमांड है.उन्हें सुनने के लिए लोग इस यात्रा में आते हैं.रमेश ने कहा कि यह यात्रा तमिलनाडु से शुरू होकर अब महाराष्ट्र पहुंच चुकी है.इस राहुल गांधी की यह यात्रा तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना से होकर गुजर चुकी है और महाराष्ट्र में है.
राहुल गांधी के भारत जोड़ों यात्रा से डरे हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
जयराम रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा चुनाव जीतने की यात्रा नहीं है.यहा कांग्रेस संगठन को मजबूत करने की यात्रा है और समाज में सदभाव और भाईचार लाने की यात्रा है. लोगों का अच्छा रेस्पांस मिल रहा है. लोगों को सकारात्मक संदेश मिल रहा है. भारत जोड़ो यात्रा का राजनीतिक भी असर दिखने लगा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इससे डरे हुए हैं.वे चुनावी राज्य को छोड़कर दक्षिण के राज्यों में प्रतिमा का अनावरण और सभा कर रहे हैं.प्रधानी मंत्री मैं,मैं,मैं की बात करते हैं. जबकि राहुल गांधी हम,हम,हम की बात करते हैं. कांग्रेस देश में यूनिटी की बात करती है,जबकि भाजपा यूनिफॉर्मिटी की.मोदी सरकार की नियत और नीतियों के कारण भारत टूट रहा है.यह भारत को जोड़ने का यात्रा है.आज मोदी सरकार के दौरान आर्थिक विषमता,सामाजिक धुर्वीकरण बढ़ गया है. सरकार तानाशाही हो गयी है.
आरएसए प्रमुख मोहन भागवत,भाजपा के वरिष्ट नेता नीतीन गडकरी ने भी की तारीफ
उन्होंने कहा कि तीन चुनौतियों को देखते हुए भारत यात्रा की शुरुआत की गई। राहुल गांधी की यात्रा में सभी धर्मों के लोग और कई संस. साथ ही आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, योग गुरु बाबा रामदेव, दत्तात्रेय होसबोले और बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुमित्रा महाजन भी तारीफ कर चुकी है.उन्होंने कहा कि यह चुनावी यात्रा नहीं है.