आरा. भोजपुर जिले के जगदीशपुर थाना क्षेत्र में एक किसान को महज इसलिए पीट-पीट कर मार डाला गया, क्योंकि वो अपने खेत में शराब छुपाने से इनकार कर रहा था. बिहार में शराब माफियाओं के मनोबल की यह एक बानगी भर है. बिहार में शराब माफिया इतने ताकतवर हो चुके हैं कि वो छापेमारी करने गये उत्पाद विभाग के लोगों को खदेड़ देते हैं. गिरफ्तार लोगों को पुलिस से छुड़ा ले जाते हैं और अब तक खेत में शराब छुपाने से मना करने पर पीट पीट कर मार डालते हैं. जगदीशपुर थानाध्यक्ष रामविलास ने बताया कि शव पर कोई बाहरी चोट का निशान नहीं मिला है. शरीर में कुछ जगह खरोच के निशान पाये गये हैं, लेकिन एक डॉक्टर की मेडिकल टीम का गठन कर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और आगे की जांच की जा रही है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि गुरुवार की रात सनैया गांव में एक किसान की पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी. पुलिस ने शुक्रवार की सुबह दुल्हीनगंज गांव के चिमनी भट्टा से शव बरामद किया है. चिमनी भट्टा के पास शव होने की सूचना पर कर मौके पर पहुंची जगदीशपुर थाने की पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर आरा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं इस घटना की जांच की जा रही है. अब तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है.
जानकारी के अनुसार जगदीशपुर थाना क्षेत्र के सनैया गांव वार्ड नौ निवासी 45 वर्षीय चंद्रदीप यादव गांव में ही खेती करते थे. चंद्रदीप यादव गांव में ही खेती करते थे. इस घटना को लेकर चंद्रदीप यादव की पत्नी धर्मशिला देवी ने कहा कि हम लोग गांव के खेत में तिलहन की फसल लगाये हैं, शराब माफिया सब चाहता था कि उस खेत में शराब की भट्टी लगे. कुछ दिन पहले शराब छुपाने के दौरान वो लोग हमारी तिलहन की फसल को बर्बाद कर रहे थे. जिसका विरोध मेरे पति ने किया था. उनसे मारपीट की गयी थी. धर्मशिला देवी ने कहा कि भट्टी वालों ने ही मेरे पति की पीट-पीटकर हत्या की है.
धर्मशिला देवी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि गांव के ही कुछ लोगों पर पूर्व के विवाद में मेरे पति की पीट-पीटकर हत्या की है. गुरुवार की रात सभी लोग एक साथ खाना खा रहे थे. खाना-खाने के बाद चंद्रदीप शौच के लिए बाहर गए थे. काफी देर तक घर वापस नहीं आए. इसके बाद हम लोग काफी खोजबीन किए, लेकिन कोई पता नहीं चल सका. सुबह गांव के ही एक व्यक्ति ने कहा कि दुल्हीनगंज बाजार के चिमनी भट्ठा के पास चंद्रदीप यादव का शव पड़ा हुआ हैं.