आठ सौ मरीजों के लिए एक शौचालय

हाल सदर अस्पताल आरा का आरा : सदर अस्पताल में प्रतिदिन आठ सौ से अधिक मरीज इलाज कराने आते हैं, जहां महज एक शौचालय का निर्माण कराया गया है. उसमें भी हमेशा ताला बंद रहता है. इससे शौचालय निर्माण का उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा है और मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2017 6:22 AM

हाल सदर अस्पताल आरा का

आरा : सदर अस्पताल में प्रतिदिन आठ सौ से अधिक मरीज इलाज कराने आते हैं, जहां महज एक शौचालय का निर्माण कराया गया है. उसमें भी हमेशा ताला बंद रहता है. इससे शौचालय निर्माण का उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा है और मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. एक तरफ सरकार अस्पताल में सुविधा का ढिंढोरा पीट रही है तथा स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की बात कहती है. वहीं, दूसरी तरफ धरातल पर सच्चाई कुछ और ही है. केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार खुले में शौचमुक्ति के लिए योजना चला रही है. इसको लेकर काफी प्रयास किये जा रहे हैं तथा हर जगह ओडीएफ की बात की जा रही है. दूसरी तरफ, सदर अस्पताल जैसे महत्वपूर्ण जगह पर शौचालय का निर्माण किया गया, पर उसे बंद रखा जाता है, जिससे मरीज खुले में शौच जाने को विवश हो रहे हैं.
ताला बंद रहने से मरीजों को हो रही परेशानी : सदर अस्पताल के शौचालय में ताला बंद रहने से मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. मरीज व उनके परिजन अस्पताल परिसर में ही यत्र-तत्र शौच करते हैं. इससे अस्पताल परिसर में काफी गंदगी फैलती है, जो मरीजों के स्वास्थ्य लाभ में बाधक हो सकती है. गंदगी से मरीजों को काफी परेशानी होती है, पर अस्पताल प्रशासन द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. मरीजों की सुविधा का ख्याल अस्पताल प्रशासन को नहीं है.
क्या कहते हैं सीएस
शौचालय में ताला बंद रहने की जानकारी हमें नहीं थी. शौचालय का निर्माण मरीजों की सुविधा के लिए कराया गया है. उसका ताला खोलवाया जायेगा, ताकि मरीजों को परेशानी न हो.
डॉ रास बिहारी सिंह, सिविल सर्जन
प्रतिदिन आते हैं लगभग 800 मरीज
सदर अस्पताल के बाह्य विभाग में प्रतिदिन लगभग 800 मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं. वहीं, इंडोर विभाग में भी काफी मरीज इलाजरत रहते हैं. जनरल वार्ड में बने शौचालय बंद रहने से इतनी संख्या में मरीज उसका उपयोग नहीं कर पाते हैं, जिससे काफी परेशानी होती है.
जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में महज एक शौचालय है. वह भी मरीजों के काम नहीं आ रहा है.
शौचालय की सफाई के लिए नियुक्त है कर्मी
शौचालय की सफाई के लिए सदर अस्पताल में कर्मी नियुक्त है, पर अस्पताल प्रशासन मरीजों द्वारा गंदगी फैलाने की बात कह कर शौचालय को बंद रखा जाता है, पर इस प्रश्न का कोई जवाब नहीं देता कि सफाई कर्मी क्या करेंगे. शौचालय गंदा होगा, तो सफाई कर्मी का काम है उसे साफ करना.

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