भोजपुर में डेयरी उद्योग स्थापित करने की योजना तोड़ रही दम

विभाग की सुस्ती से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नहीं मिली मजबूती आरा : व्य विकास योजना के तहत डेयरी विकास के मामले में जिलावासियों को निराश होना पड़ रहा है. अब भी सरकार की महत्वाकांक्षी डेयरी विकास योजना जिले में पूरी तरह धरातल पर नहीं उतर पायी है. डेयरी पालन के माध्यम से अपना स्वरोजगार और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 2, 2017 9:44 AM
विभाग की सुस्ती से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नहीं मिली मजबूती
आरा : व्य विकास योजना के तहत डेयरी विकास के मामले में जिलावासियों को निराश होना पड़ रहा है. अब भी सरकार की महत्वाकांक्षी डेयरी विकास योजना जिले में पूरी तरह धरातल पर नहीं उतर पायी है.
डेयरी पालन के माध्यम से अपना स्वरोजगार और आर्थिक स्थिति मजबूत करने को लेकर प्रयत्न करने की महत्वाकांक्षा वाले जिलावासियों को निराशा हाथ लगी है. पशुपालन विभाग सुस्ती का पर्याय बन कर रह गया है. विभाग की लालफीताशाही से जिलावासी खासा परेशान हैं. सरकार की महत्वाकांक्षी योजना डेयरी योजना जिले में अब तक असफल रही है. सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य से डेयरी योजना काफी पीछे है. ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार देने तथा आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए सरकार ने इस महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ किया है, पर अब भी लोगों की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है. डेयरी के लिए कई तरह की योजनाएं सरकार ने बनायी हैं.
क्या है सरकार की योजना: सरकार की योजना के अनुसार दो दुधारू मवेशी वाली डेयरी, चार दुधारू मवेशी वाली डेयरी, छह दुधारू मवेशी वाली डेयरी व 10 दुधारू मवेशी वाली डेयरी योजनाएं शामिल हैं. दूसरी योजना के तहत पांच संकर नस्ल वाली डेयरी योजना, 10 संकर नस्ल वाली डेयरी योजना, 15 संकर नस्ल वाली डेयरी योजना तथा अनुसूचित जाति के लिए पांच संकर नस्ल वाली डेयरी योजनाएं शामिल हैं.
योजनाओं के लिए जिले में निर्धारित लक्ष्य सामान्य वर्गों के लिए योजना के तहत दो दुधारू पशु डेयरी योजना का भौतिक लक्ष्य 22 है, चार दुधारू मवेशी डेयरी योजना का लक्ष्य 17 है, छह दुधारू मवेशी डेयरी योजना का लक्ष्य 10 है, जबकि 10 दुधारू मवेशी योजना का लक्ष्य छह है. वहीं दो दुधारू मवेशी योजना का वित्तीय लक्ष्य 11 लाख 66 हजार रुपये है, चार दुधारू मवेशी डेयरी योजना का लक्ष्य 20,40,000 रुपये हैं, जबकि छह दुधारू पशु योजना के लिए छह भौतिक लक्ष्य तथा 10,80,000 रुपये वित्तीय लक्ष्य, 10 दुधारू मवेशी डेयरी के लिए भौतिक लक्ष्य चार तथा वित्तीय लक्ष्य 12,00,000 रुपये निर्धारित हैं.
क्या है भौतिक व वित्तीय लक्ष्य : जिले में दो दुधारू मवेशी डेयरी के लिए भौतिक लक्ष्य 986 है, चार मवेशियों के लिए भौतिक लक्ष्य 760 है, छह मवेशियों के लिए भौतिक लक्ष्य 304 है, 10 दुधारू मवेशियों के लिए भौतिक लक्ष्य 190 है.
परियोजना में दी जानेवाली सब्सिडी
समग्र गव्य विकास योजना के तहत डेयरी योजना में लाभुकों को लगभग 50 प्रतिशत की सब्सिडी सरकार द्वारा देने का प्रावधान है. इसके तहत दो दुधारू मवेशी डेयरी के लिए परियोजना लागत व्यय 1 लाख 6,000 रुपये हैं, जबकि सामान्य वर्ग के पशुपालकों के लिए 50 प्रतिशत की सब्सिडी है. इसके अनुसार 53,000 रुपये सब्सिडी पशुपालकों को मिलेगा.
जबकि चार दुधारू मवेशी डेयरी के लिए 2,40,000 रुपये का परियोजना लागत व्यय है, जबकि सब्सिडी 1,20,000 रुपये हैं. वहीं छह दुधारू मवेशी डेयरी के लिए 3 लाख 60 हजार रुपये हैं, जबकि सब्सिडी 1,80,000 रुपये हैं. वहीं 10 दुधारू मवेशी डेयरी के लिए छह लाख रुपये की परियोजना लागत है, जबकि सब्सिडी तीन लाख रुपये की है.

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