आरा : छठ पर्व को लेकर नगर के घाटों की स्थिति अब भी दयनीय बनी हुई है. हालांकि जिला प्रशासन बार-बार छठ पर्व की तैयारी को लेकर कसरत कर रहा है, पर अब तक उसका कसरत बेकार है. जिलाधिकारी द्वारा बैठक कर अधिकारियों को छठ घाटों की सफाई को लेकर बार-बार निर्देश दिया जा रहा […]
आरा : छठ पर्व को लेकर नगर के घाटों की स्थिति अब भी दयनीय बनी हुई है. हालांकि जिला प्रशासन बार-बार छठ पर्व की तैयारी को लेकर कसरत कर रहा है, पर अब तक उसका कसरत बेकार है. जिलाधिकारी द्वारा बैठक कर अधिकारियों को छठ घाटों की सफाई को लेकर बार-बार निर्देश दिया जा रहा है, पर छठ घाटों पर अब भी गंदगी फैली हुई है.
नगर निगम तथा जिला प्रशासन द्वारा अब तक छठ घाटों की सफाई को लेकर कोई खास पहल नहीं की गयी है. इस वर्ष छठव्रतियों को गंदगी में ही भगवान सूर्य को अर्घ देना पड़ेगा. नगर का गांगी छठ घाट महत्वपूर्ण घाटों में से एक है. हजारों की संख्या में छठ व्रती इस घाट पर छठ पर्व का अनुष्ठान पूरा करते हैं, पर इसकी सफाई के लिए प्रशासन व नगर निगम पहल नहीं कर रहा है.
बनाया गया है घाट, पर फैली है गंदगी: गांगी छठ घाट पर पक्का घाट का निर्माण किया गया है, पर यहां गंदगी फैली हुई है. अब तक इसकी सफाई नहीं की गयी है. जबकि छठ व्रत सफाई व पवित्रता का व्रत माना जाता है. छठ में शुद्धता के लिए छठ व्रती काफी सजग होकर काम करते हैं. हालांकि मजबूरी में छठव्रतियों के परिजन स्वविवेक से घाट की सफाई और पूजा-पाठ करते हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
छठ घाट की सफाई छठ के पहले कर दी जायेगी. निगम का इस पर ध्यान है. छठव्रतियों की सुविधा के लिए निगम प्रयासरत है.
प्रमोद कुमार, नगर आयुक्त
आकर्षक ढंग से सजाया जाता है छठ घाट को
गांगी छठ घाट को काफी आकर्षक ढंग से सजाया जाता है. इतना ही नहीं मुहल्लों की गलियों से लेकर छठ घाट तक प्रकाश की समुचित व्यवस्था की जाती है. इसके लिए स्थानीय स्तर पर समिति बनाकर लोग काम करते हैं. गलियों में व छठ घाट पर सजायी गयी प्रकाश व्यवस्था से छठव्रतियों को काफी सुविधा होती है. वहीं यह काफी आकर्षक लगता है तथा इससे पूजा में चार चांद लग जाता है.
इन मुहल्लों के छठव्रती आते हैं घाट पर
इस छठ घाट पर मीरगंज, गौसगंज, सिंगही, सब्जी गोला, चौधरियाना आदि मुहल्लों के छठव्रती आते हैं.