मार्च, 2018 तक जिले को ओडीएफ करेंगे

आरा : खुले में शौच से मुक्ति के लिए प्रशासन ने अभियान तेज कर दिया है. इसकी कार्य योजना के लिए जिला जल एवं स्वच्छता समिति की समीक्षात्मक बैठक सांस्कृतिक भवन में जिलाधिकारी संजीव कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गयी. बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारी स्वच्छ, सुंदर तथा खुले में शौच से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 12, 2017 6:57 AM

आरा : खुले में शौच से मुक्ति के लिए प्रशासन ने अभियान तेज कर दिया है. इसकी कार्य योजना के लिए जिला जल एवं स्वच्छता समिति की समीक्षात्मक बैठक सांस्कृतिक भवन में जिलाधिकारी संजीव कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गयी. बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारी स्वच्छ, सुंदर तथा खुले में शौच से मुक्त भोजपुर के निर्माण के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने तथा कार्य में तेजी लाएं. उन्होंने स्वच्छता अभियान को जनांदोलन के स्वरूप देने का निर्देश दिया. श्री कुमार ने कहा कि इस कार्य में कोताही एवं लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.

कई अधिकारियों का वेतन हुआ बंद : जिलाधिकारी ने बैठक में अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने वाले कई अधिकारियों के वेतन बंद करने का निर्देश दिया तथा उन पर प्रपत्र ‘क’ गठित करने का निर्देश दिया. सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, प्रोग्राम पदाधिकारी मनरेगा, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, संदेश, कोईलवर, सहार, अगिआंव तथा प्रखंड कृषि पदाधिकारी, आरा सदर, तरारी, जिला कृषि पदाधिकारी का वेतन बंद किया गया है. वहीं सभी प्रोग्राम पदाधिकारी के एक महीना का वेतन बंद किया गया है.
प्रखंडों में अनुपस्थित रहनेवालों की सूचना देने का निर्देश : जिलाधिकारी ने बैठक में प्रखंड मुख्यालय में नहीं रहने वाले अधिकारी के बारे में सभी बीडीओ को रिपोर्ट करने का निर्देश दिया. वहीं उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तरीय अधिकारी अपने प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी से छुट्टी लेंगे.
खुले में शौच करने पर होगी कार्रवाई : जिलाधिकारी ने अधिकारियों को वार्डों में प्रभावी मॉर्निंग फॉलोअप करने तथा प्रखंडों के वरीय पदाधिकारियों द्वारा सशक्त एवं प्रभावी मॉनीटरिंग करने को कहा. वहीं उन्होंने विद्यालयों में प्रतिदिन स्वच्छता शपथ दिलाने, दीवार लेखन करने, स्वच्छता रथ का प्रतिवेदन देने, स्वच्छता वीडियो प्रदर्शित करने, मॉर्निग फॉलोअप का प्रतिदिन फोटो स्वच्छता ग्रुप पर अपलोड करने तथा मॉनीटरिंग करने का निर्देश दिया. जिलाधिकारी ने कहा कि पंचायतस्तरीय कर्मी वार्डों में घर-घर भ्रमण कर लोगों को शौचालय निर्माण कराने तथा उसका उपयोग करने के लिए प्रेरित करें.
सोच में परिवर्तन की अपील : डीएम ने लोगों से व्यवहार एवं सोच में परिवर्तन लाने की अपील की. शौचालय मानव समाज के लिए विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है. इसके लिए टोला सेवक, आंगनबाड़ी सेविका सहायिका, विकास मित्र, रोजगार सेवक, जीविका दीदी आदि घर-घर घूमकर लोगों को शौचालय का निर्माण कराने तथा उसका उपयोग करने के लिए प्रेरित करें. इसके साथ ही जिलास्तरीय पदाधिकारियों तथा प्रखंडों के वरीय पदाधिकारियों को मॉर्निंग फॉलोअप में भाग लने तथा कार्य में सक्रियता एवं सहभागिता सुनिश्चित कर खुले में शौच से मुक्ति अभियान में तेजी लाने को कहा.
विदित हो कि 14 प्रखंडों के चयनित 41 पंचायत खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं. इस अभियान के लिए गांवों में निगरानी समिति, स्वच्छता दूत, स्वच्छता केंद्र, स्वच्छता जागरूकता रथ संचालित है. बैठक में उप विकास आयुक्त शशांक शुभंकर, जिला शिक्षा पदाधिकारी अवनींद्र कुमार सिन्हा, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी प्रमोद कुमार, डीसीएलआर बुद्ध प्रकाश, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी संजीव कुमार सहित कई जिलास्तरीय अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी आदि उपस्थित थे.

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