प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज पीरो में खोलने की मांग

राजनीतिक दल हुए एकजुट, लोगों ने दी आंदोलन की चेतावनी पीरो : भोजपुर जिले में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के लिए स्थल चयन को लेकर राजनीति गरमाने लगी है. बता दें कि सरकार की ओर से भोजपुर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव इसी साल मार्च महीने में लाया गया था. प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2017 4:41 AM

राजनीतिक दल हुए एकजुट, लोगों ने दी आंदोलन की चेतावनी

पीरो : भोजपुर जिले में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के लिए स्थल चयन को लेकर राजनीति गरमाने लगी है. बता दें कि सरकार की ओर से भोजपुर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव इसी साल मार्च महीने में लाया गया था. प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के लिए आवश्यक जमीन की तलाश तभी से शुरू है. स्थानीय अधिकारियों के आग्रह पर स्थानीय किसानों ने पीरो अंचल अंतर्गत बराव व जितौरा मौजा में अपनी जमीन देने पर सहमति व्यक्त करते हुए अंचलाधिकारी को लिखित रूप में इसके लिए पेशकश की गयी. तत्पश्चात अंचलाधिकारी पीरो के जमीन की उपलब्धता संबंधी प्रतिवेदन के आधार पर संबंधित वरीय अधिकारियों ने कई बार स्थल निरीक्षण किया और उपलब्ध जमीन को पर्याप्त व मेडिकल कॉलेज के लिए अनुकूल बताया,
जिससे स्थानीय लोगों को पूरा भरोसा हो गया कि अब प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज निश्चित तौर पर पीरो में बनेगा पर इधर प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के लिए उदवंतनगर प्रखंड में जमीन अधिग्रहण की खबर सामने आने पर इसको लेकर राजनीति गरमाने लगी है. विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं व स्थानीय प्रबुद्ध लोगों ने अचानक मेडिकल कॉलेज के लिए स्थल को लेकर अधिकारियों के बदले रुख पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इस मामले में अब राजनीति होने लगी है. राजद के राज्य प्रतिनिधि चंदेश्वर सिंह, पीरो प्रखंड अध्यक्ष मदन सिंह, रालोसपा नेता बिहारी यादव, कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता अंबिका पांडेय, मनोज कुमार उपाध्याय सहित कई अन्य दलों के नेताओं ने कहा कि मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए पीरो सबसे उपयुक्त जगह है.
यहां मेडिकल कॉलेज खुलने पर भोजपुर, रोहतास, कैमूर व बक्सर जिले के लोग भी लाभान्वित होंगे पर इस बात को दरकिनार कर राजनीतिक लाभ के लिए स्थल चयन में फेरबदल किया जा रहा है, जो जनहित में उचित नहीं है. उक्त नेताओं ने अपनी मांग पर सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो इसको लेकर वे जन आंदोलन शुरू करने को बाध्य होंगे.

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